जयपुर। मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे प्रदेश के अतिवृष्टि प्रभावित क्षेत्रों में किए जा रहे राहत एवं बचाव कार्यों की सतत् निगरानी और समीक्षा कर रही हैं। जालोर, सिरोही, पाली, राजसमंद और बाड़मेर जिलों में राज्य सरकार और जिला प्रशासन रात-दिन राहत कार्यों में जुटे हैं। इन जिलों में अभी तक 1050 से अधिक प्रभावित व्यक्तियों को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चुका है। जालोर, सिरोही, पाली और बाड़मेर में प्रभावित व्यक्तियों को सुरक्षित ठहराने के लिए 20 विशेष राहत शिविर लगाए गए हैं। इन शिविरों में अब तक 525 से अधिक व्यक्तियों को ठहराकर राहत प्रदान की गई है।
जालोर में 528, सिरोही में 235, पाली में 165, बाड़मेर में 120 और राजसमंद में 3 व्यक्तियों को रेस्क्यू आॅपरेशन चलाकर सुरक्षित बचाया गया है। दूसरी और मवेशियों को भी सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के प्रयास किए जा रहे हैं। रास्ते अवरुद्ध होने के कारण जालोर के बाढ़ग्रस्त स्थानों तक एनडीआरएफ की टुकड़ी एवं नावों को हैलीकाॅप्टर द्वारा राहत कार्यों के लिए भिजवाया गया। बाढ़ प्रबन्धन, राहत एवं बचाव कार्यों के लिए इन जिलों में एनडीआरएफ एवं एसडीआरएफ की चार-चार टीम, सीआरपीएफ की एक तथा सेना की तीन टीमें, होमगार्ड सदस्यों तथा स्थानीय टीमों के साथ निरन्तर कार्य कर रही हैं। राहत कार्यों के लिए वायु सेना के दो हैलीकाॅप्टर भी लगाए गए हैं। जिला प्रशासन तथा स्थानीय सहयोग से बाढ़ प्रभावितों को लगातार फूड पैकेट तथा दवाइयों सहित आवश्यक सामग्री वितरित की जा रही है।
– मुस्तैद रहें- मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे
मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने कहा है कि जिन जिलों में बाढ़ के हालात बने हुए हैं, वहां स्थानीय प्रशासन, पुलिस, एनडीआरएफ, सेना, वायु सेना एवं पैरामिलेट्री फोर्स सहित अन्य लोगों के सहयोग से राहत एवं बचाव कार्य में कोई कमी नहीं आने दी जा रही है। राज्य सरकार बाढ़ नियंत्रण को लेकर हर मोर्चे पर गम्भीरतापूर्वक कार्य कर रही है और लगातार उच्च स्तरीय निगरानी की जा रही है। साथ ही, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, जनस्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी, विद्युत तथा सार्वजनिक निर्माण विभाग सहित अन्य संबंधित विभागों को भी मुस्तैद रहने और आपात स्थितियों से निपटने के लिए पूरी सजगता एवं सक्रियता से कार्य करने के निर्देश दिए गए हैं।