संजय सैनी
जयपुर। सांगानेर में इन दिनों अवैध निर्माण की बाढ़ आ गई है। सारे नियम कायदे कानूनों को तोड़ कर अवैध कांप्लेक्सों का निर्माण किया जा रहा है। मुख्य सड़क कालोनियों में इस तरह के निर्माण की बाढ़ आ गई है। खासकर रिहायशी इलाकों में 20-20 फीट की गलियों में ये निर्माण किए जा रहे है। बहुमंजिला इमारतें और अवैध रुप से फ्लैट बनाए जा रहे हैं। सांगानेर टोंक रोड पर चौधरी पेट्रोल पंप के सामने मियां बजाज गली में पूरा का पूरा अवैध कांप्लेक्स खड़ा कर लिया। ये गली मात्र 20 फीट की है। इस गली में आमने-सामने दो गाड़ियां भी निकल नहीं सकती। ऐसे में चार मंजिला कांप्लेक्स खड़ा कर लिया। नगर निगम और जेडीए के अधिकारियों की मिलीभगत से हुए इस अवैध कांप्लेक्स के निर्माण से कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। पूरी बिल्डिंग में पार्किंग की सुविधा नहीं हैं। ऐसे में यहां चार गाड़ियां भी खड़ी नहीं की जा सकती। इसके अलावा भवन में आग लगने की स्थिति में फायर बिग्रेड की गाड़ी भी वहां से नहीं जा सकती। भवन का निर्माण करने में सारे नियम कायदे कानूनों की धज्जियां उड़ाई गई है। किसी भी तरह से सेटबैंक नहीं छोड़ा गया है। चारों तरफ से सैटबैक कवर कर लिया गया है। भवन के चालू होने पर पार्किंग की तो जगह मिलेगी ही नहीं साथ में आने-जाने में भी परेशानी होगी।
भवन के निर्माण के लिए किसी तरह की अनुमति नहीं ली गई है। जेडीए और नगर निगम की टाउन प्लानिंग के अनुसार 20 फीट चौड़ी सड़क पर चार मंजिला भवन का निर्माण नहीं किया जा सकता है। मात्र दो मंजिला भवन का निर्माण ही किया जा सकता है। ऐसे में यहां होने वाला निर्माण पूरी तरह अवैध है। इसी तरह सांगानेर फ्लाईओवर पर गोगिया पेट्रोल पंप के आमन-सामने दो कांप्लेक्सों का निर्माण किया जा रहा है। इनमें भी नियमों और कायदे-कानून का उल्लंघन किया जा रहा है। इनमें भी नियमों और कायदे-कानून का उल्लंघन किया जा रहा है। पेट्रोल पंप के सामने स्लिप लेन की 20 फीट जमीन जेडीए ने खातेदार से सड़क निर्माण के लिए ली थी। इससे बची हुई जमीन मुख्य सड़क पर आ गई। भूखंड मालिक ने इसका फायदा उठाते हुए यहां करीब 50 दुकानों का निर्माण किया जा रहा है। यहां पर भी फ्रंट सैट बैक में भी पार्किंग की जगह नहीं छोड़ी गई। उलटा जनता की निगाह से बचाने के लिए टीन शैड लगा कर निर्माण ढक दिया है।
सुरक्षा में लापरवाही
यहां हो रहे निर्माण में किसी तरह की सुरक्षा नहीं बरती जा रही है। दिन भर स्लिप लेन से सवारी वाहन गुजरते रहते हैं। दुपहिया वाहन चालक पर किसी तरह के पत्थर आदि कभी भी गिर सकते हैं। ऐसे में चालक की जान भी जा सकती है। गोगिया पेट्रोल पंप के बगल में कांप्लेक्स का निर्माण किया जा रहा है। इसमें भी सैटबैक समेत कई खामियां है। भवन निर्माण के नियमों के विपरीत बन रही इमारत में छोटी सी भी चूक जेडीए के लिए नासूर बन सकती है। जेडीए के अधिकारी यहां आते तो लेकिन देख कर चले जाते हैं। इससे स्थानीय निवासियों में भी गुस्सा है।