लखनऊ। आतंकी गतिविधियों में लिप्तता के चलते पुलिस एनकाउंटर में मारे गए आतंकी सैफुल्ला के शव नहीं लेने का फैसला लेकर उसके पिता व परिवार ने उन लोगों को बड़ा संदेश देना का प्रयास किया है, जो गुमराह होकर धर्म के आधार पर देश के खिलाफ आतंकी गतिविधियों में लिप्त हो जाते हैं। एनकाउंटर में मारे जाने के बाद पुलिस ने सैफुल्ला का शव परिजनों को देना चाहा, तो उसके पिता सरताज ने शव लेने से इंकार करते हुए कह दिया कि देशद्रोही मेरा बेटा नहीं हो सकता। देश के विरुद्ध काम करने वालों का साथ नहीं दिया जा सकता। सरताज ने यह भी कहा कि बहुत से अतिवादी संगठन बच्चों को गुमराह कर रहे हैं। हर माता-पिता को अपने बच्चों का ध्यान रखना होगा। अगर वे देश के खिलाफ हो तो बिलकुल साथ नहीं देंवे और पुलिस को भी सूचना देंवे। उधर, केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने भी संसद में सरताज के हौंसले और बयान की तारीफ करते हुए कहा कि देश को सरताज पर गर्व है। मीडिया से बातचीत में सरताज ने कहा कि आतंक का कोई मजहब नहीं होता है। जो देश के खिलाफ हैं वे उसके खिलाफ हैं। सरताज ने कहा कि सैफुल्ला का ब्रेनवॉश किया। वह कुछ महीने पहले घर से चला गया था। मोबाइल और इंटरनेट ने बच्चों को बिगाड़ दिया है।

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