राज्य सरकार ने 10 प्रतिषत आरक्षण में भूमि और भवन का प्रावधान किया खत्म
जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा दिये गये निर्णय से अब राज्य के युवाओं को आगे बढाने और उन्हें रोजगार के अधिक से अधिक अवसर उपलब्ध करवाने में मदद मिल पायेगी। इस संदर्भ में आज सवर्ण समाज के सैंकडो अलग-अलग सामाजिक संगठनों के पदाधिकारीयों ने पं. सुरेश मिश्रा के नेतृत्व में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का आभार उनके निवास पहुंच के किया।
सर्व ब्राह्मण महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पं. सुरेश मिश्रा ने बताया कि प्रदेष की राजकीय सेवाओं एव शिक्षण संस्थाओं में आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग EWS के आरक्षण में अचल सम्पत्ति संबंधी प्रावधान हटाने के निर्णय से बडी संख्या में युवाओं को राहत मिलेगी। मिश्रा ने कहा कि EWS आरक्षण में विभिन्न जटिलताओं के कारण बेरोजगार युवाओं को इसका लाभ लेने में कठिनाई का सामना करना पड रहा था। राज्य सरकार ने उनकी तकलीफ को समझते हुये जनकल्याणकारी कदम उठाया है । हमारे एक लम्बे संघर्श के बाद केन्द्र सरकार ने इस पर फैसला किया है और फैसले के बाद भी आमजन को इसका लाभ नहीं मिल रहा था, क्योंकि इसमे षर्ते बहुत ज्यादा लगा रखी थी।
मिश्रा ने बताया कि इस सन्दर्भ में पुरे प्रदेष में सभी सामाजिक संगठन आग्रह कर रहे थे कि इन बेवजह शर्तो को हटाया जायें और माननीय राजस्थान सरकार द्वारा घोषित अनारक्षित वर्ग हेतु 10 प्रतिषत आरक्षण के नियमों के अनुसार आरक्षण का लाभ देने हेतु प्रार्थी के पास 5 एकड से कम जमीन, षहरी क्षेत्र में 100 गज व ग्रामीण क्षेत्र में 200 गज से कम भूंखड होना इत्यादि की शर्तो को हटाया दिया गया है।
इस अवसर पर पं. सुरेश मिश्रा के नेतृत्व में सैंकडो सामाजिक संगठनों के पदाधिकारी एवं महामण्डलेष्वर मंहत पुरुषोत्तम भारती, सर्व ब्राह्मण महासभा के संरक्षक एच.सी. गणेषिया, वरिष्ठ उपाध्यक्ष, दिनेष शर्मा, अन्तर्राश्ट्रीय मारवाडी सम्मेलन के अध्यक्ष अरूण अग्रवाल, यूथ अध्यक्ष दिनेष शर्मा , तरूण भारती, पार्शद मुकेष शर्मा, विक्रम स्वामी, राजपूत समाज से हिम्मत सिंह, दिनेष सिंह नरूका, आर.के. भाटी, कायस्थ समाज से नवीन सक्सैना, सिंधी समाज से दीपक हिरानी, राजू सिंधी, पंजाबी समाज से दुर्गेष दुआ सहित सैंकडो लोगो ने मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत को माला, साफा, पहनाकर इस महत्वपूर्ण निणर्य का आभार व्यक्त किया है।