delhi. सीएसआईआर-सेंट्रल मैकेनिकल इंजीनियरिंग इंस्टीच्यूट (सीएमईआरआई), डुंगरपुर के वैज्ञानिकों ने कोविड-19 का मुकाबला करने के लिए दो मोबाइल इनडोर डिस्इंफेक्शन स्प्रेयर इकाइयों का विकास किया है। इन इकाइयों का उपयोग विशेष रूप से अस्पतालों में प्रभावी तरीके से पैथाजेनिक माइक्रो-आर्गेनिज्म की सफाई एवं डिस्इंफेक्ट करने के लिए किया जा सकता है।
बैट्री पावर्ड डिस्इंफेक्ट स्प्रेयर (बीपीडीएस) एवं न्यूमैटिकली आपरेटेड मोबाइल इनडोर डिस्इंफेक्शन (पीओएमआईडी) नामक इन दोनों इकाइयों का उपयोग टेबल, डोरनाब, लाइट स्विच, काउंटरटाप्स, हैंडल, डेस्क, फोन, कीबोर्ड, शौचालयों, फौकेट्स, सिंक एवं कार्डबोर्ड जैसे अक्सर छूए जाने वाले सतहों की सफाई एवं डिस्इंफेक्ट करने के लिए किया जा सकता है। बीच बीच में इन डिस्इंफेटिंग इकाइयों का उपयोग लोगों को कोरोना वायरस के संक्रमण का जोखिम कम कर सकता है जो असावधानी से इन सतहों के संपर्क में आ जाते हैं।
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बीपीडीएस एवं पीओएमआईडी दोनों में ही स्प्रेयर सिस्टम की डिजाइन दो-चरण स्प्रेइंग इकाइयों एवं निचले तथा ऊपरी टियर्स में फिक्स्ड एवं फ्लेक्जिबल नोजल सेट की संख्याओं द्वारा इनडोर क्षेत्रों की सफाई करने तथा डिस्इंफेक्ट करने के लिए पृथक स्टोरेज टैंक के साथ बनाई गई है। भारी उपयोग एवं अधिक क्षेत्र को कवर करने के लिए डिस्इंफेक्टैंट स्प्रेयर का एक औद्योगिक वैरिएंट भी होता है।
पीओएमआईडी मोबाइल इनडोर डिस्इंफेक्टैंट इकाई चार पहियों पर स्थित स्टील फ्रेम से बना होती है। यह प्रणाली कम्प्रेशर, पाइपिंग एवं फिटिंग्स तथा स्प्रे नोजल्स से निर्मित्त होती है। हाथ से पकड़े जा सकने वाले फ्लेक्जिबल स्प्र्रे आर्म का उपयोग इच्छित किसी भी दिशा में किया जा सकता है।
पीओएमआईडी इकाई की 10 लीटरों की प्रत्येक क्षमता वाले दो स्टोरेज टैंक होते हैं। बीपीडीएस इकाई दो नोजल स्प्रे सिस्टम तथा एक विस्तारित आर्म स्प्रे सिस्टम इकाई के साथ एक कौर्डलेस मशीन होती है। इसकी स्टोरेज क्षमता 20 लीटर की होती है और एक सिंगल चार्ज में 4 घंटों का एक बैट्री बैक-अप टाइम होता है। सिस्टम का सकल वजन (खाली टैंक) 25 किग्रा. का होता है।
सीएसआईआर- सीएमईआरआई के निदेशक प्रो. हरीश हिरानी ने कहा, ‘ बाजार में व्याप्त अधिकांश डिस्इंफेक्टैंट स्पे्रयर लिक्विड के लिए एक सिंगल चैंबर स्टोरेज का उपयोग करते हुए या तो सफाई या डिस्इंफेक्ट करने पर आधारित और पंप स्थित होता है। पंप स्प्रेयर द्वारा उत्पादित ड्रापलेट आकार में बड़े होते हैं और सतह का प्रभावी कवरेज कम होता है। बहरहाल, सीएसआईआर- सीएमईआरआई ने डिस्इंफेक्टैंट एवं सफाई के लिए दोहरे-चैंबर स्टोरेज से निर्मित्त इनडोर स्प्रेयर सिस्टम का विकास किया है और इसका बेहतर नोजल डिजाइन, नोजल के लिए बेहतर प्रबंध तथा कम ड्रापलेट आकार होता है। इस प्रकार छिड़का गया डिस्इंफेक्टैंट लिक्विड की विनिर्दिष्ट मात्रा के लिए अधिक सतह क्षेत्र को कवर करता है। ‘
प्रो. हरीश हिरानी ने कहा, ‘ पार्टिकल का आकार और डिस्इंफेक्टैंट के पार्टिकल्स की संख्या छिड़के गए डिस्इंफेक्टैंट की प्रभावशीलता के निर्धारण के दो महत्वपूर्ण मानदंड हैं। सीएसआईआर- सीएमईआरआई ने निरंतर कोविड-19 के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए दक्ष एवं प्रभावी प्रौद्योगिकियों को विकास पर फोकस करता रहा है। उपकरणों के विकास का अगला चरण डिस्इंफेक्टैंट एवं क्लीनिंग स्प्रे के लिए 360 डिग्री कवरेज को शामिल करना एवं स्कूलों तथा घरों में उपयोग के लिए इसे सटीक तथा स्वायत्तशासी बनाना है। ‘
ये स्प्रेयर मैपिंग फीचरों तथा एक्सटेंडेबल आम्र्स से भी सुसजिज्त हैं जिससे कि छुपे हुए क्षेत्र तक पहुंच सकें और व्यापक रूप से सफाई कर सकें। इस प्रौद्योगिकी की प्रासंगिकता वर्तमान कोविड-19 संकट के बाद भी बनी रहेगी क्यांकि वायरस लगातार विद्यमान रहते हैं और ऐसे इंफ्लुएंजा की उल्लेखनीय मामलों की संख्या हर वर्ष पूरे विश्व में विस्तारित हो रही है। इसलिए प्रो. हिरानी ने देश के एमएसएमई से आग्रह किया है कि वे आगे आएं और स्वच्छता और स्वास्थ्य देखभाल उपकरणों के भविष्य के अनुकूलन को ध्यान में रखते हुए इस प्रौद्योगिकी में निवेश करें। बीपीडीएस के लिए प्रौद्योगिकी को उसी दिन वाणिज्यिीकरण के लिए पावर टेक माइनिंग प्रा. लिमिटेड को हस्तांतरित कर दिया गया है।