अजमेर। भारतीय जनता पार्टी अजमेर और शहर के विभिन्न व्यापारिक संगठन सामाजिक संगठन ग्राहक हितों के प्रति जागरुक संगठन एवं बुद्धिजीवियों, उत्पादको की जीएसटी को लेकर सेमिनार आयोजित की गयी। जिसमें जीएसटी को लेकर उत्पन्न भ्रांतियों को दूर करने के लिए आज अजमेर के वरिष्ठ चार्टेड अकाउंटेंट भारतभूषण बंसल, अजीत अग्रवाल, अंकित सोमानी ने विस्तारपूर्वक जीएसटी का विषय रखा। सेमिनार की अध्यक्षता करते हुए वरिष्ठ व्यवसायी आनंद प्रकाश अरोड़ा ने कहा कि सेमिनार के अंदर विभिन्न व्यापारिक संघो ने इसका स्वागत करते हुए विस्तारपूर्वक इससे संबंधित जानकारियां प्राप्त की एवं इसको देश की प्रगति में महत्वपूर्ण योगदान देने वाला बताया।
चार्टेड अकाउंटेंट अंकित अजय सोमानी ने कहा कि जिस व्यापारी को अनेक जगह कर देना पड़ता था अब उसे एक कर देकर ग्राहक से चार्ज करना होगा। सालाना 20 लाख तक के लेनदेन करने वाले व्यापारी को जीएसटी से मुक्त रखा गया है। 75 लाख रूपये सालाना व्यापार करने वाले व्यवसायियों को कम्पोजिशन टैक्स के जरिये एक, दो व पांच प्रतिशत की श्रेणी में ही रखा गया है। इससे अधिक व्यवसाय करने वाले अजमेर में व्यवसासियों के 20 प्रतिशत से अधिक नहीं है। जिन्हें विस्तृत टैक्स देना होगा। चार्टेड अकाउंटेंट अजीत अग्रवाल ने कहा कि किसी भी देश की सभ्यता को बढ़ाने के लिये आधुनिकरण व मूलभुत सुविधा जो हम सरकार से चाहते है उस व्यवस्था के लिये इस कर प्रणाली में सुधार कर सभी को स्वागत करना चाहिए। बाजार में प्रतिस्पर्धा की बजाय कर देकर देश के विकास के लिये भी सोचना चाहिए।
चार्टेड अकाउंटेंट भारतभुषण बंसल ने कहा कि जो व्यापारी व जनता को अप्रत्यक्ष रूप से टेक्स देना पड़ता था अब वह एक राष्ट्र, एक बाजार, एक कर के रूप में उसे लागू किया गया है। इसके सरलीकरण के लिये विचार विमर्श चल रहा है।
इस अवसर पर शहर जिलाध्यक्ष अरविंद यादव ने कहा कि सरकार ने पण्डित दीनदयाल उपाध्याय की प्रेरणा को ध्यान में रखते हुए अंतोदय के तहत अंतिम छोर पर बैठे व्यापारी व व्यक्ति की चिंता रखकर इस पुरे जीएसटी को क्रियाविंत रूप प्रदान किया है। मध्यम वर्गीय व निम्न वर्गीय व्यापारियों के लिये सरकार ने विशेष छुट दी है जिससे अजमेर का बहुसंख्यक व्यापारी वर्ग लाभांवित होगा। जो सराहनीय है। अजमेर का 80 प्रतिशत व्यापारी 5 हजार का व्यापार करने वाला जीएसटी के दायरे से बाहर है, से 20 हजार रूपये प्रतिदिन व्यापार भी लाभांवित हुआ है।