जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि आमजन की सेवा ही मेरे जीवन का एकमात्र एजेंडा है और गांधीजी के वचन मेरे जीवन का ताबीज हैं। इसी कारण मैं पूरे आत्मविश्वास से काम कर पा रहा हूं। उन्होंने कहा कि मुझे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का यह कथन हमेशा याद रहता है कि ‘जब भी कोई निर्णय करें तो गरीब को ध्यान में रखकर कि उस निर्णय से गरीब पर क्या असर होगा।‘
गहलोत को जोधपुर में समाजसेवी स्व. भगवान सिंह परिहार मार्ग के लोकार्पण समारोह को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने मानवता को समर्पित स्व. भगवान सिंह परिहार की स्मृतियों को जीवंत करते हुए कहा कि उनके काम से उनका नाम लोगों के दिलों में बसता है। स्व. परिहार ने करीब एक हजार निराश्रित बच्चों को पाला-पोषा, पढ़ाया और उनका विवाह किया। स्व. परिहार का जीवन संघर्ष से भरा था, लेकिन अपनी मेहनत व उद्यम के कारण वे विरले लोगो में शुमार हैं। उनके नाम से मार्ग का नामकरण होना पीढ़ियों तक प्रेरणा देगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि संस्कार और सादगी ही जीवन का सार है। उन्होंने कहा कि जीवन क्षणभंगुर है, इसलिए स्वार्थ के लिए झगड़ना उचित नहीं है। वही समाज तरक्की करता है, जहां प्रेम व अपणायत हो। स्वार्थ जीवन की शांति छीन लेता है। स्व. भगवानसिंह जी का जीवन हमें निस्वार्थ भाव से सेवा की प्रेरणा देता रहेगा। उन्होंने वहां उपस्थित संत ललित प्रभ का उदाहरण देते हुए कहा कि उन्होंने माता-पिता की सेवा के लिए संत बनना स्वीकार किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं प्रदेश की जनता की आकांक्षाओं और अपेक्षाओं पर सदैव खरा उतरने का प्रयास करूंगा। यहां की जनता के आशीर्वाद और स्नेह ने ही मुझे इस मुकाम पर पहुुंचाया है। मुझे हमेशा इसका अहसास रहता है। उन्होंने कहा कि जोधपुर में जल वितरण व्यवस्था को सुदृढ़ बनाया जाएगा।
महापौर घनश्याम ओझा ने भी विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर स्व. परिहार के संस्थान के बच्चों ने मुख्यमंत्री का अभिनंदन किया। समारोह में विधानसभा में उप मुख्य सचेतक श्री महेन्द्र चौधरी, विधायक मनीषा पंवार, श्री किसनाराम विश्नोई, जेडीए के पूर्व चेयरमैन श्री राजेन्द्र सोलंकी, नवजीवन संस्थान के अध्यक्ष डॉ. विमल राजदान, स्व. भगवान सिंह परिहार के पुत्र व संस्थान के चेयरमैन श्री राजेन्द्र परिहार, समाजसेवी श्री एस.आर. मेहता, श्री आर.के. ओझा सहित बड़ी संख्या में समाजसेवी एवं गणमान्यजन उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने मंगलवार प्रातः जोधपुर सर्किट हाउस में करीब ढाई घंटे दिव्यांगों, महिलाओं, वरिष्ठ नागरिकों, विभिन्न संगठनों एवं आमजन से मिलकर उनकी समस्याएं सुनीं और अधिकारियों को समस्याओं के त्वरित निस्तारण के निर्देश दिए। श्री गहलोत दिव्यांग तैराक पिंटू गहलोत सहित अन्य दिव्यांगाें से मिले और उनकी समस्याएं सुनी। मुख्यमंत्री से संविदा आयुष चिकित्सक, म्यूनिसिपल वेलफेयर एसोसिएशन सहित अन्य संगठनों ने मुलाकात की। मुख्यमंत्री ने आत्मीयता के साथ सबके अभाव अभियोग सुने। इस दौरान लोगों ने मुख्यमंत्री का अभिनंदन भी किया।