गुरूनानक देव जी का संदेश और उनकी शिक्षाएं आमजन तक पहुंचें:-मुख्यमंत्री
जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि सिखों के पहले गुरू गुरूनानक देव जी के 550वें प्रकाश वर्ष के उपलक्ष में 4 दिसम्बर को मुख्यमंत्री निवास पर शबद कीर्तन कार्यक्रम का आयोजन पूरे श्रद्धाभाव के साथ किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य है कि ऎसे कार्यक्रमों के माध्यम से गुरूनानक देव जी का संदेश और उनकी शिक्षाएं आमजन तक पहुंचें।
गहलोत बुधवार को मुख्यमंत्री कार्यालय में आयोजित बैठक में शबद कीर्तन कार्यक्रम की तैयारियों की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि गुरूनानक देव जी का जीवन दर्शन और उनकी शिक्षाएं मानव मात्र की भलाई के लिए प्रेरित करती हैं। उनकी शिक्षाएं आज भी प्रासंगिक है। हमारा प्रयास है कि ऎसे आयोजनों के माध्यम से समाज में सामाजिक समरसता एवं भाईचारे का संदेश जाए। उन्होंने कहा कि 550वें प्रकाश वर्ष के अवसर पर सालभर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों के सम्बन्ध में मार्गदर्शन के लिए एक राज्यस्तरीय समिति गठित की गई है। इसके अलावा कार्यक्रमों के क्रियान्वयन के लिए मुख्य सचिव की अध्यक्षता में एक कार्यकारिणी समिति का गठन भी किया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने जैसलमेर के पोकरण एवं कोटा के गुरूद्वारा श्री अगमगढ़ साहिब में विकास कार्य कराने तथा राजस्थान विश्वविद्यालय में गुरूनानक देव जी के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर शोध के लिए गुरूनानक पीठ की स्थापना का निर्णय किया है। इसके अलावा सिख बहुल जिलों में गुरूनानक स्मृति वन बनाकर गुरूनानक देव जी 550वें प्रकाश वर्ष की स्मृति में 550 पेड़ लगाए जाएंगे।
बैठक में जयपुर सिटीजन फोरम के अध्यक्ष श्री राजीव अरोड़ा, विधायक श्री गुरमीत सिंह कुन्नर, अल्पसंख्यक आयोग के पूर्व सदस्य श्री मनिन्दर सिंह बग्गा, आईजी इंटेलीजेन्स श्री रूपिन्दर सिंह, जोधपुर से श्री जगदेव सिंह खालसा, श्री गंगानगर से श्री पृथीपाल सिंह सन्धु, कोटा से जगजीत सिंह जग्गी, हनुमानगढ़ से श्री हरदीप सिंह चहल, श्रीमती सिमरत कौर, डॉ. ईश मुंजाल सहित सिख समाज के गणमान्यजनों ने शिरकत की और कार्यक्रम के आयोजन के सम्बन्घ में अपने सुझाव दिए।