– मालवीय नगर में टिकट बदलना तय, नये नामों की कशमकश में उलझे नेता
जयपुर । मालवीय नगर विधानसभा सीट जिसे कांग्रेस की जयपुर शहर में सबसे हॉट सीट माना जा रहा है, वहाँ उथल -पुथल को लेकर दिल्ली में कांग्रेस गलियारों में मची जद्दोजहद ने मानो तहलका मचा दिया है । टिकट बंटवारे में अहम भूमिका निभा रहे एक बड़े नेता ने इस टिकट पर पिछला प्रत्याशी बदलने को लेकर जोर लगा रखा है । पिछले चुनाव में अर्चना शर्मा यहाँ से कालीचरण सराफ से 48 हजार से अधिक वोटों से पराजित हुई थीं।
कांग्रेस हलकों में अर्चना शर्मा का टिकट कटना मुश्किल माना जा रहा था क्योंकि उनके पक्ष में कुछ बड़े नेता दिल्ली में पैरवी कर रहे थे लेकिन पिछले दिनों बदली परिस्थितियों में अर्चना शर्मा की स्थिति कमजोर हो गई । जयपुर के पूर्व सांसद महेश जोशी ने अपनी पौने छह लाख की बड़ी हार के लिए सीधे तौर पर अर्चना शर्मा और पूर्व मंत्री बृजकिशोर शर्मा को जिम्मेदार ठहरा दिया।
इन पर भाजपा के प्रत्याशी और वर्तमान सांसद रामचरण बोहरा से बड़ी डील में मुख्य भूमिका निभाने के आरोप लगे । इन आरोपों के बाद दिल्ली में अर्चना शर्मा के विकल्प के तौर पर किसी महिला दावेदार के मद्देनजर नये नामों पर कवायद शुरू हुई । इस कशमकश में मालवीय नगर से दावेदारी जता रही प्रदेश महिला कांग्रेस की महासचिव व प्रवक्ता सोनाक्षी वशिष्ठ का नाम तेजी से उभरा । जिनके लिए राजस्थान विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर डूडी का खेमा जयपुर से दिल्ली तक भागदौड़ कर रहा था । सोनाक्षी वशिष्ठ का नाम महिला कांग्रेस के पैनल में भी दिल्ली में विचाराधीन होने से उनके टिकट पर एकबारगी राय बनती नजर आयी । लेकिन इस बीच अचानक पूर्व पार्षद आशा काला का नाम मालवीय नगर में आगे बढ़ता नजर आया । आशा काला शहर के एक बड़े ज्वैलर के परिवार से ताल्लुक़ रखती हैं । यह परिवार क्रिकेट में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सट्टे के कई संगीन मामलों में कानूनी शिकंजे में फंसा हुआ है। आशा काला की पैरवी एआईसीसी के एक सह प्रभारी करते नजर आये । जो पिछले दिनों टिकट बंटवारे को लेकर विवादास्पद हो चुके हैं ।
आशा काला का नाम मालवीय नगर में जिस तेजी से आगे बढ़ा उसी तेजी से इस नाम का विरोध भी हुआ । ऐसे में अर्चना शर्मा का नाम फिर से चर्चा में आया है लेकिन उनके साथ जुड़ी 48 हज़ार से ज्यादा वोटों की हार और पूर्व सांसद की नाराजगी ने कांग्रेस नेताओं की उलझन बढ़ा दी है । सोनाक्षी वशिष्ठ कांग्रेस नेतृत्व के लिए बिल्कुल नया चेहरा है लेकिन उनके लिए अर्चना शर्मा के साथ ही कैबीनेट मंत्री कालीचरण सराफ से भी नाराज मालवीय नगर क्षेत्र के कुछ असरदार लोगों के अलावा पत्रकारों की एक लॉबी भी लॉबिंग कर रही है । बदले हालात में कांग्रेस आलाकमान ने अब वर्ष 2008 में यहाँ से चुनाव लड़े पीसीसी उपाध्यक्ष राजीव अरोड़ा, कांग्रेस सीए प्रकोष्ठ के अध्यक्ष विजय गर्ग, पीसीसी के संगठन महामंत्री महेश शर्मा,राजस्थान अभाव अभियोग प्रकोष्ठ के प्रदेशाध्यक्ष पंकज शर्मा, कृष्ण कुमार हरितवाल, सुशील शर्मा के नामों पर भी गंभीरता से गौर करना शुरू कर दिया है । लेकिन दिल्ली तक मालवीय नगर सीट बहुत चर्चित बन चुकी है । देखना है कि ऊंट किस करवट बैठता है ।