नई दिल्ली। आतंकवाद के खात्मे के मामले में अब तक विश्व जगत को धोखे में रखने वाले पाकिस्तान से शनिवार को एक अच्छी खबर आई। पाकिस्तान ने अपने पाले ही हुए आतंकी व जमात-उद-दावा प्रमुख हाफिज सईद और उसके करीबी को आतंकवाद निरोधक कानून की चौथी अनुसूची में डाल दिया है। हाफिज ने गत 30 जनवरी से ही अपने भड़काऊ भाषणों की शुरुआत कर दी थी। जिसके बाद पाकिस्तान सरकार ने उसे नजरबंद कर दिया था। वह पाक सेना के सहयोग से पाक सरकार द्वारा आतंकवाद के खिलाफ उठाए जा रहे कदमों के विरोध में उग्र धमकी दे रहा था। जो खुद पाकिस्तान की आतंरिक सुरक्षा के लिए एक गंभीर खतरा बनकर उभर रहा था। सूत्रों के अनुसार हाफिज सईद की ओर से आतंकवादी सूची में शामिल नाम को हटाने की मांग की थी। इसी बीच पंजाब प्रांत सरकार ने आतंकवादी निरोधक कानून की चौथी अनुसूची में हाफिज का शामिल कर दिया। पाकिस्तान के आतंकवाद निरोधक विभाग (सीटीडी) ने केंद्रीय गृह मंत्रालय के आदेश के बाद इस कानून की चौथी अनुसूची में 1450 आतंकियों के नाम शामिल किए। जिसमें प्रमुखत: हाफिज सहित फैसलाबाद निवासी अब्दुल्ला ओबैद और मकज़्ज-ए-तैयबा के जफर इकबाद और अब्दुर्रहमान आबिद को शामिल किया। साथ ही जमात-उद-दावा और फलाह-ए-इंसानियत के 5 सक्रिय सदस्यों के नाम दर्ज किए। मंत्रालय ने आतंकवाद निरोधक विभाग के अधिकारियों को इनके खिलाफ एक सक्रिय अभियान चलाकर ठोस कार्रवाई के आदेश दिए। वहीं ऐसे तीन कैदियों के नाम भी शामिल किए जो अभी ग्वांतोनामो से पाकिस्तान की जेल में कैद हैं। पाकिस्तान ने जो आतंकवाद को रोकने के लिए जो निरोधक कानून लागू किया उसमें संशोधन करते हुए चौथी अनुसूची में उसके नाम को पक्षीय आधार पर शामिल किया है।