जयपुर। जम्मू कश्मीर में पाक गोलीबारी में शहीद हुए भरतपुर के जाबांज असिस्टेंट कमांडेंट जितेन्द्र सिंह जाट की पार्थिव देह आज राजकीय सम्मान से पंचतत्व में विलीन हो गई। शहीद जितेन्द्र के तीन साल के बेटे ने मुखाग्नि देकर अपने पिता को अंतिम विदाई दी, हालांकि मासूम बच्चा समझ नहीं पा रहा था, वह उसे पंचतत्व में विलीन कर रहा है, जो कल तक उसकी गोद में खेला करता था। हालांकि हजारों लोगों की मौजूदगी में उसकी आंखें अपने पिता को खोजती दिखी, लेकिन उसे मां, दादा-दादी, चाचा, मामा व दूसरे परिजन तो दिखे, लेकिन उसके लाडले पिता नहीं दिखे।
हर कोई मासूम को दुलार रहा था। वह भी अपने दादा-दादी, मां, चाचा को रोते देख सहमा हुआ जरुर था, लेकिन कुछ समझ नहीं पा रहा था। जितेन्द्र सिंह की मां का भी रो-रोकर बुरा हाल था। हालांकि बेटे की शहादत पर गर्व कर रही थी। मां ने मीडिया से कहा कि मेरा बेटा मरा नहीं है, बल्कि वह मेरे दिल और आत्मा में बसा हुआ है। जब तक जिन्दा हूं, तब तक वह मेरे दिल व आत्मा में रहेगा। जितेन्द्र व दूसरे जवानों की शहादत पर मां ने कहा कि पाकिस्तान को खत्म कर देना चाहिए। दाह-संस्कार के समय भी लोगों ने पाकिस्तान के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। लोगों ने सरकार से पाकिस्तान को सबक सिखाने की मांग की।