जयपुर। राजधानी जयपुर के रामगंज इलाके में शुक्रवार देर रात हिंसा के चलते शनिवार सुबह चार दिवारी का अधिकांश हिस्सा बंद है। तनाव के बीच रामगंज में हालात शांति पूर्ण हंै। गोली लगने से हुई एक युवक की मौत के बाद लोगों का गुस्सा और बढ़ गया था। लोगों का कहना है कि पुलिस ने बिना चेतावनी दिए गोली चलाई जिससे एक युवक की मौत हो गई। इधर पुलिस कमिश्नर संजय अग्रवाल ने शनिवार को दल बल के साथ मौके पर जाकर हालात देखे। किसी भी अप्रिय स्थिति से निबटने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल और एसटीएफ की टीम मौके पर है। हालात को शांत करने के लिए पुलिस ने शुक्रवार देर रात कर्फ्यू लगाने की घोषणा कर दी। लोग इसके लिए तैयार नहीं थे। सवेरे लोगों को पता चला तो सब कुछ बिगड़ा हुआ था। घर के जरूरी सामान की किल्लत हो गई है। छोटे बच्चों के लिए दूघ-चाय तक नहीं मिल रहा है। दिन में हालात सामान्य होने के बाद शाम तक कर्फ्यू में कुछ घंटों के लिए राहत मिल सकती है। शनिवार सुबह परकोटे के कुछ इलाकों में इंटरनेट सेवा बंद रही।

मामूली विवाद के बाद उपद्रव
रामगंज में शुक्रवार शाम एक कॉन्स्टेबल द्वारा रिक्शा हटाने के दौरान बाइक सवार दंपती को डंडा लगाने के बाद लोग भड़क गए। भीड़ ने एक पावर हाउस के अलावा पुलिस के चेतक वाहन, एंबुलेंस समेत 5 गाडिय़ों को पूंक डाला और कई अन्य गाडिय़ों में तोडफोड़ की। गुस्साई भीड़ ने रामगंज थाने में घुसने की भी कोशिश की। पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे और कई राउंड हवाई फायर कर भीड़ को रोका। घटना में 8 पुलिसकर्मी जख्मी हो गए और फायरिंग में एक शख्स की गोली लगने से मौत हो गई। वहीं एक पुलिसकर्मी की हालत नाजुक है। देर रात एक बजे 4 थाना इलाकों में कर्फ्यू लगाया गया है। रात दो बजे से इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई।

इस कारण हुआ बवाल
रामगंज चौपड़ के पास सड़क पर लगने वाले ठेलों से रोड जाम होने की शिकायत पर रामगंज पुलिस अतिक्रमण हटवाने गई थी। इस दौरान साजिद नाम का शख्स अपनी पत्नी अरसी और बेटी के साथ बाइक से जा रहा था। उनका आरोप है कि वहां खड़े पुलिसकर्मी का उनकी पत्नी और बेटी को डंडा लग गया तो पुलिसकर्मी से कहासुनी हो गई। रात करीब 9 बजे युवक रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए थाने पहुंचा। तभी रामगंज थाने के सामने भीड़ हो गई और पथराव शुरू हो गया। नाराज लोगों ने नारेबाजी करते हुए आरोपी पुलिसकर्मी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। पुलिस लोगों को समझा रही थी तभी कुछ लोगों ने थाने में घुसने की कोशिश की। भीड़ को काबू में करने के लिए पुलिस ने हवाई फायर किए। तो गुस्साई भीड़ ने 108 एंबुलेंस, बाइक समेत कुछ वाहनोंं को आग लगा दी। पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए हलका लाठीचार्ज भी किया। भीड़ ने पत्रकारों और फोटो पत्रकारों से मारपीट की व कैमरे छीन लिए। आरएसी की कंपनी, एसटीएफ, पुलिस जाप्ता, वज्र वाहन को इलाके में तैनात किया गया है। पथराव और लाठी चार्ज की घटना में पुलिसकर्मियों के अलावा भीड़ में शामिल लोग भी घायल हुए। घायलों के देर रात तक अस्पतालों में पहुंचने का सिलसिला जारी था। मौके पर मौजूद लोगों के अनुसार करीब एक दर्जन लोगों को चोटें आईं।

कर्फ्यू वाले इलाकों में आज स्कूल बंद
हिंसा के बाद लगे कर्प्यू के कारण रामगंज, माणक चौक, सुभाष चौक और गलता गेट थाना इलाकों में शनिवार को स्कूल व दूसरे संस्थान बंद हैं। दिल्ली-आगरा की ओर जाने वाली बसों और दूसरी गाडिय़ों को मार्ग बदल कर निकाला जा रहा है। दिल्ली जाने वाली गाडिय़ों को एक्सप्रेस हाइवे से जबकि आगरा रोड पर जाने वाली गाड़िय़ों को ट्रांसपोर्ट नगर से निकाला जा रहा है। लोगों के गुस्से को देखते हुए दिल्ली बाईपास पर ट्रैफिक रोक दिया गया।

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