नई दिल्ली। बिहार में महागठबंधन के टूटने के साथ ही जदयू के पूर्व अध्यक्ष शरद यादव के बगावती तेवर देखने को मिल रही है। उससे अब यह कयास लगाए जा रहे हैं कि अब किसी भी समय उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जा सकती है।

इससे पहले शनिवार की सुबह जदयू के 7 राज्यसभा, 2 लोकसभा सांसदों व राष्ट्रीय महासचिव संजय झा उपराष्ट्रपति एम वैंकेया नायडू से मिले और पार्टी की ओर से पत्र सौंपा। जिसमें शरद यादव की जगह आरसीपी सिंह को राज्यसभा में नेता बनाए जाने की बात कही। इसके साथ ही शरद यादव का राज्यसभा में नेता पद समाप्त कर दिया गया। जबकि अली अनवर पहले ही निलंबित किए जा चुके हैं। इसमें केरल के एमपी वीरेन्द्र कुमार नीतीश कुमार के भाजपा से गठजोड़ के फैसले से खुद को पहले ही अलग कर चुके हैं।

बता दें इन दिनों शरद यादव बिहार के सीएम नीतीश कुमार के एनडीए में शामिल होने के फैसले के मामले में बिहार की यात्रा कर रहे हैं। इस दौरान आयोजित होने वाली रैलियों में वे नीतीश कुमार के फैसले को धोखा बताने से गुरेज नहीं कर रहे हैं। हालांकि जदयू ने अपनी 19 अगस्त को होने वाली राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में बुलाया गया है। जहां वे अपना पक्ष रख सकें। अगर वे इस बैठक में नहीं आते हैं तो संसदीय दल की बैठक में उनके खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है। वहीं 19 अगस्त को होने वाली बैठक के दौरान जदयू के एनडीए में शामिल होने के फैसले पर मंथन किया जाएगा। एनडीए में शामिल होने के मामले में सीएम नीतीश कुमार को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने निमंत्रण दिया था।

LEAVE A REPLY