नई दिल्ली। देश का संत समाज व आमजन विशेषकर हिंदुत्व विचारधारा से जुड़े लोग अब मोदी सरकार के कड़े फैसलों व कार्यों की प्रशंसा करते आए हैं। लेकिन शुक्रवार को शारदा पीठाधीश्वर जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी राज राजेश्वराश्रम ने मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला। पीएम नरेन्द्र मोदी का नाम लिए बिना जगतगुरु ने कहा कि आज देश में बुजुर्गों का मान घट रहा है, उनकी उपेक्षा की जा रही है। सरकार से भी अब आयु को आधार मानकर लोगों को विदाई दी जा रही है। ईस्ट इंडिया कंपनी ने देश को गुलाम बनाया, सदियों तक शोषण ही किया। आज सरकार बहुराष्ट्रीय कंपनियों को देश में कारोबार का न्यौता देकर देश की संप्रभुता को खतरे में डाल रही है। नेताओं को सिर्फ अपनी कुर्सी की पड़ी है, देश हित की कोई नहीं सोच रहा। जगतगुरु मेरठ स्थित मुस्लिम बहुल इलाके के एक प्राचीन शिव मंदिर के जीर्णोद्धार कार्यक्रम में पहुंचे थे। इसी दौरान उन्होंने केन्द्र सरकार को आड़े हाथों लिया। कार्यक्रम के दौरान बड़ी संख्या में आरएसएस व भाजपा के दिग्गज नेता भी बैठे थे। कार्यक्रम में संघ की राष्ट्रीय प्रतिनिधि सभा इंद्रेश कुमार ने कहा कि भारत के 99 फीसदी मुस्लिमों के पूर्वज हिंदू ही थे। संस्कृति और परम्पराओं के लिहाज से उनमें कोई भेद नहीं है। कहीं भेद देखने को मिलता है तो वो पूजा पद्धति में। देश में अयोध्या के राम मंदिर को ध्वस्त करने का दोष बाबर व उसके सेनापति मीर बाकी का है। भारत के मुस्लिम इसके लिए दोषी नहीं है। बता दें जगतगुरु स्वामी राज राजेश्वराश्रम सन्यास लेने से पूर्व आरएसएस के प्रचारक ही थे। भाजपा नेताओं और संघ पदाधिकारियों से उनके अच्छे रिश्ते थे तो वे उनके आश्रम पर नियमित तौर पर आते भी थे। वर्ष 2015 में आएसएस प्रमुख मोहन भागवत उनके आश्रम पर आए और स्वामी प्रकाशानंद की प्रतिमा का अनावरण किया था।
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