अयोध्या। अयोध्या में शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के राम मंदिर निर्माण मुद्दे पर भाजपा पर किए गए प्रहार पर भाजपा ने भी शिवसेना पर जुबानी हमला किया है। यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि राम मंदिर आंदोलन में शिवसेना का कोई योगदान नहीं रहा। उद्धव ठाकरे के रामलला दर्शन करने से भाजपा को कोई परेशानी नहीं। लेकिन आज बालासाहेब ठाकरे जिंदा होते तो वह उद्धव ठाकरे को ऐसा करने से रोकते।
धर्मसभा में भी शिवसेना का कोई योगदान नहीं है। भाजपा और विश्व हिन्दू परिषद ने मिल मंदिर आंदोलन चलाया। दोनों को कोई विभाजित करने की कोशिश ना करे। राम भक्त जानते हैं कि कौन मंदिर के लिए बलिदान दे सकता है और किसने बलिदान दिया था। धर्मसभा के दौरान पूरी तरह शांति रही।
गौरतलब है कि ठाकरे ने तंज कसते हुए कहा कि चुनावों में तो सभी को भगवान राम याद आने लगते हैं, लेकिन जीतने के बाद सभी आराम करने लगते हैं। केन्द्र सरकार के पास कानून की ताकत है। वे संसद में अध्यादेश लाकर क्यों राम मंदिर निर्माण की पहल नहीं कर रही है। ठाकरे ने कहा कि अगर राम मंदिर नहीं बना तो भाजपा सरकार भी नहीं बनेगी।
भाजपा को हिन्दुओं की भावनाओं से खिलवाड़ नहीं करना चाहिए। सरकार क्यों मंदिर नहीं बनवा रही है। ठाकरे ने कहा कि यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि अयोध्या में भगवान श्रीराम का मंदिर था, है और आगे भी रहेगा। लेकिन देशवासियों को यह मंदिर दिख नहीं रहा है। आज जब रामलला के दर्शन करने गया तो मुझे काफी दुख हुआ। ऐसा महसूस हुआ कि मैं मंदिर नहीं किसी जेल में आ गया। ठाकरे ने कहा कि हम राम मंदिर चाहते हैं, चाहे सरकार बने या ना बने। हमारा कोई छिपा हुआ एजेण्डा नहीं है। गौरतलब है कि विहिप की धर्मसभा में देशभर से हजारों शिवसेना के कार्यकर्ता भी आए हैं।