जयपुर। निम्स मेडिकल यूनिवर्सिटी संचालित करने वाले इंडियन मेडिकल ट्रस्ट के रिकॉर्ड को खुर्द-बुर्द करने और संपत्ति में हेराफेरी के मामले में 31 मई को गिरफ्तार किए गए डॉ. शोभा तोमर (62) और उसके बेटे डॉ. अनुराग तोमर (44) को चंदवाजी थाना पुलिस ने एक अन्य मामले में फिर गिरफ्तार किया है। पुलिस ने दोनों को एक दिन के रिमांड पर भी लिया है। शोभा तोमर को एक दिन पहले ही राजस्थान हाईकोर्ट से जमानत मिली थी। जमानत-मुचलके भरने के बाद उन्हें फिर से अरेस्ट कर लिया गया।
इस संबंध में मानसरोवर निवासी सुशीला चाहर पुत्री हरीचंद जाट ने स्वयं को निम्स यूनिवर्सिटी में प्रशासनिक अधिकारी बताते हुए 7 अप्रैल को चंदवाजी थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। बचाव पक्ष के वकीलों ने चंदवाजी पुलिस के दो दिन का रिमांड मांगने का विरोध करते हुए कोर्ट को बताया कि पुलिस सोची-समझी साजिश कर मां-बेटे को गलत तरीके से अरेस्ट करने में लगी है। ट्रस्ट का आॅफिस व रिकॉर्ड जयपुर में है। चंदवाजी थाने का क्षेत्राधिकार बनता ही नहीं है। मामले के जांच अधिकारी एसआई हनुमान यादव की बेटी निम्स यूनिवर्सिटी में मेडिकल की पढ़ाई कर रही है। सिविल विवादों को फौजदारी रंग दिया जा रहा है। कोर्ट में मौजूद चंदवाजी एसएचओ राजवीर पर भी शोभा तोमर के वकीलोंं ने आरोप लगाए कि वे दुर्भावनापूर्वक कार्रवाई कर रहे हैं।