उदयपुर। उदयपुर में चल रहे तीन दिवसीय ग्लोबल राजस्थान एग्रीटेक मीट (ग्राम) के स्मार्ट फार्म में अनेक उन्नत एवं आधुनिक कृषि उपकरण, मशीनरी और तकनीकें प्रदर्शित की जा रही हैं। यह स्मार्ट फार्म यहां आने वाले किसानों और अन्य आगंतुकों के मध्य आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। 18 विभिन्न स्टालों के साथ कुल 1650 वर्ग मीटर के क्षेत्र में फैला स्मार्ट फार्म किसानों की आय दोगुनी करने थीम पर आधारित है। उल्लेखनिय है कि ग्राम उदयपुर का आयोजन महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में 9 नवम्बर तक किया जा रहा है। यह विषाल कृषि आयोजन राजस्थान सरकार तथा फैडरेशन आॅफ इंडियन चैम्बर्स आॅफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज (फिक्की) द्वारा संयुक्त रूप से किया जा रहा है। किसानों की आय दोगुनी करने की थीम के अनुरूप स्मार्ट फार्म में राजस्थान सरकार की कई योजनाओं को भी प्रदर्शित किया जा रहा है।
इन योजनाओं में पर ड्रॉप-मोर क्रॉप (ड्रिप सिंचाई, जल संरक्षण और मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान जैसे विभिन्न योजनाबद्ध इन्टरवेंशन के माध्यम से); सॉइल हैल्थ (सॉइल हैल्थ लैब्स, सॉइल हैल्थ कार्ड्स और जैविक खेती के माध्यम से); पोस्ट हार्वेस्ट मैनेजमेंट एवं वैल्यू एडिषन (विभिन्न फसलों की प्रोसेसिंग टेक्नोलॉजीज एवं उत्पादों के प्रदर्शन के माध्यम से); ई-नाम (इलेक्ट्रोनिक्स-नेशनल एग्रीकल्चर मार्केट के माध्यम से); और सम्बद्ध कृषि गतिविधियां (डेयरी, मधुमक्खी पालन, मछली पालन, मशरूम की खेती और पशुपालन के माध्यम से) शामिल हैं। स्मार्ट फार्म के मध्य में खेत का एक विशाल लाइव मॉडल बनाया गया है, जिसमें पशुपालन, बागवानी, फूलों की खेती, जैविक खेती, रेन वाटर हार्वेस्टिंग, कीटों की रोकथाम की आधुनिक तकनीकों को प्रदर्शित किया जा रहा है। साथ ही बायो गैस प्लांट, सोलर एनर्जी डिवाइस, हाइब्रिड मक्का का उत्पादन, पॉली हाउसेज, ग्रीन हाउस और शेड नेट के बारे में जानकारी दी जा रही है। स्मार्ट फार्म के तहत सौर ऊर्जा एवं बायो गैस से चलने वाली मिल्किंग मशीन भी आकर्षण का केंद्र बनी हुई है, जो नेशनल डेयरी डवलपमेंट बोर्ड द्वारा निर्मित की गई है।
यह मशीन बछड़े द्वारा गाय का दूध पीने की प्रक्रिया को ध्यान में रखकर बनाई गई है और गाय के लिए भी बेहद आरामदेह है। इस मशीन का उपयोग करके निकाला गया दूध किसी भी प्रकार के दूषण से मुक्त होता है। यह मशीन लम्बे समय तक दूध दुहने से महिलाओं में होने वाली जोड़ों के दर्द या पीठ दर्द जैसी समस्याओं से बचाव करने में सहायक है। मशीन का उपयोग करने से ग्रामीण महिलाओं को आजीविका के अन्य स्त्रोतों के लिए अतिरिक्त समय भी मिलेगा। इसी प्रकार स्मार्ट फार्म में एक और मशीन मिल्को स्क्रीन भी प्रदर्शित की गई है, जो शुद्ध दूध एवं अशुद्ध दूध के बीच अंतर बताती है। किसानों का उचित भुगतान सुनिश्चित करते हुए यह मषीन उपभोक्ताओं एवं किसानों, दोनों के लिए फायदेमंद है। इन सभी के साथ-साथ स्मार्ट फार्म में वन उपज मंडी, नर्सरी एवं फलों के बगीचे, मशरूम की खेती, मछली पालन, मोती की खेती, मधुमक्खी पालन तथा सदाबहार आम भी बड़ी संख्या में लोगों का ध्यान आकर्षित कर रहे हैं।