नई दिल्ली : वैज्ञानिकों ने जीवाणुओं से चार्ज होने वाली पूरी तरह से कपड़ा आधारित एक बैटरी विकसित की है जिससे भविष्य में ‘स्मार्ट’ कपड़े और पहनने वाले लचीले इलेक्ट्रॉनिक बनाए जा सकते हैं। अमेरिका के बिंघम्टन विश्वविद्यालय के अनुसंधानकर्ताओं ने पूरी तरह से कपड़ा आधारित एक बॉयोबैटरी बनाई है जो कागज आधारित माइक्रोबियन ईंधन सेल द्वारा पैदा की जाने वाली ऊर्जा के बराबर अधिकतम ऊर्जा पैदा करती है।
अनुसंधानकर्ताओं ने बताया कि बार बार खींचे और मोड़े जाने के बाद इन बॉयोबैटरियों ने ऊर्जा उत्पन्न करने की स्थायी क्षमता दिखाई। विश्वविद्यालय में सहायक प्रोफेसर सियोखेयूं चोई ने कहा कि यह लचीले, मुड़ने योग्य ऊर्जा उत्पन्न करने वाला उपकरण कपड़ा आधारित बॉयोबैटरी के लिए मानकीकृत मंच तैयार कर सकता है और इसे भविष्य में पहनने योग्य इलेक्ट्रॉनिक में समेकित किए जाने की संभावना है। मानव शरीर से निकलने वाला पसीना जीवाणु संबंधी व्यवहार्यता को समर्थन करने के लिए संभावित ईंधन हो सकता है और यह माइक्रोबियल ईंधन सेल को लंबे समय तक चला सकता है।