-जयपुर के एक जागरुक नागरिक की शिकायत पर पीएमओ ने राजस्थान पुलिस को भेजा परिवाद, जयपुर पुलिस करेगी अनुसंधान।
जयपुर। सोशल ट्रेड बिजनेस के नाम पर एक साल में ही राशि दुगुनी-तिगुनी करने के मामले में उत्तरप्रदेश एसटीएस के हत्थे चढ़े अनुभव मित्तल की कंपनी और उसके कर्ताधर्ताओं की कारगुजारियों की एक शिकायत राजस्थान पुलिस के पास भी आई है। इस फर्जीवाडे को लेकर जयपुर के एक जागरुक नागरिक संजीव माथुर ने करीब डेढ़ महीने पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कार्यालय को शिकायत की थी, जिसमें बताया था कि किस तरह युवाओं और दूसरे लोगों को एक साल में ही निवेश की गई राशि के दुगुनी-social-trade-bizतिगुनी होने का झांसा दिया है। सोशल ट्रेड बिज नाम की यह कंपनी निवेश करने वाले लोगों को फेसबुक और वेबसाइट पर एक लाइक पर पांच रुपए देने और चेन सिस्टम के तहत नए सदस्य बनाने पर अच्छा कमीशन का लालच देकर लोगों को जोड़ रही है। इस कंपनी के प्रलोभन में काफी लोग भी गए हैं। राजस्थान व दूसरे राज्यों में पहले भी इस तरह के प्रलोभन देकर कई चेन सिस्टम पर आधारित मल्टीलेवल कंपनियां लोगों को गुमराह करके लाखों-करोड़ों रुपए डकार चुकी है। यह आर्थिक अपराध से जुड़ा मामला है। मामले की जांच करवाकर कंपनी के खिलाफ कार्रवाई करवाई जाए, ताकि लोगों के साथ धोखाधड़ी नहीं हो सके। पीएमओ को भेजी गई इस शिकायत को वहां से राजस्थान पुलिस और राजस्थान पुलिस से यह शिकायत जयपुर पुलिस के आई है। एक फरवरी को यह मामला जयपुर पुलिस के पास आया है। डीसीपी साउथ ने मामले की जांच के लिए इस प्रकरण को मानसरोवर थाना पुलिस के पास िभजवाया है। कल एक फरवरी को यूपी एसटीएफ ने इस कंपनी के संचालक अनुभव मित्तल और कंपनी के वरिष्ठ कर्ताधर्ताओं को धरा है। हालांकि मामले का दिलचस्प पहलू यह है कि शिकायतकर्ता संजीव माथुर इस मामले में पीडित नहीं है, लेकिन जयपुर और दूसरे शहरों में सोशल ट्रेड के नाम पर मल्टीलेवल कंपनियों की तर्ज पर हो रही social-trade-complanteकार्यशालाओं और लोगों को गुमराह करने के मामले देखे तो पीएमओ कार्यालय को इसकी शिकायत की। एसटीएफ यूपी ने कंपनी के नेटवर्क और अब तक 37 अरब राशि लोगों द्वारा जमा कराने का खुलासा किया है, उस हिसाब से यह मामला बड़ा आर्थिक और कार्पोरेट अपराध का लगता है। अभी तो नोएडा में ही मामले दर्ज हुए हैं। संभवतया जल्द ही दूसरे राज्यों और शहरों में भी कंपनी के खिलाफ मामले दर्ज हो सकते हैं। जयपुर, बीकानेर, जोधपुर, कोटा समेत राजस्थान भर से लाखों लोगों के इस कंपनी में निवेश करने का अंदेशा है। कहीं लोगों की राशि डूब नहीं जाए, इसके लिए राजस्थान पुलिस को चाहिए मामले में त्वरित जांच की जाए। ताकि पहले की तरह जयपुर और राजस्थान की जनता मल्टीलेवल कंपनियों के फर्जीवाडे से बच सके।

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