जयपुर। कांग्रेस की पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी ने बुधवार को राजस्थान से राज्यसभा के लिए नामांकन दाखिल किया। सोनिया गांधी ने राज्य विधानसभा के सचिव एवं रिटर्निंग ऑफिसर महावीर प्रसाद शर्मा को अपना नामांकन पत्र सौंपा। इस मौके पर सोनिया गांधी के साथ उनके पुत्र एवं सांसद राहुल और पुत्री प्रियंका गांधी, पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट, प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली मौजूद रहे। सोनिया गांधी वर्तमान में उत्तर प्रदेश के रायबरेली से लोकसभा की सदस्य हैं। अब उन्होंने पहली बार राज्यसभा के लिए नामांकन भरा है। राजस्थान में राज्यसभा की 10 सीटें हैं, इनमें से तीन सीटों के लिए निर्वाचन होना है। ये सीटें 03 अप्रैल 2024 को रिक्त हो रही हैं। कांग्रेस के डॉ. मनमोहन सिंह और भाजपा के भूपेंद्र यादव का कार्यकाल 03 अप्रैल 2024 को पूरा हो रहा है, जबकि भाजपा के डॉ. किरोड़ीलाल मीणा ने विधानसभा चुनाव जीतने के बाद राज्यसभा से इस्तीफा दे दिया था। विधायकों की संख्याबल के हिसाब से तीन में से दो सीट पर भाजपा और एक सीट पर कांग्रेस के प्रत्याशी की जीत तय है। मुख्य निवार्चन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने बताया कि 15 फरवरी तक नामांकन पत्र भरे जा सकेंगे। नामांकन पत्रों की संवीक्षा 16 फरवरी को विधानसभा के कमरा नं. 751 में होगी। अभ्यर्थी 20 फरवरी तक नाम वापस ले सकेंगे। आवश्यक होने पर मतदान 27 फरवरी को सुबह 09 से शाम 04 बजे तक होगा। मतगणना इसी दिन सायं 5 बजे से होगी। चुनाव प्रक्रिया 29 फरवरी से पूर्व सम्पन्न कर ली जाएगी। वर्तमान में भाजपा के तीसरा और कांग्रेस के दूसरा उम्मीदवार घोषित नहीं करने के कारण निर्विरोध चुनाव होने की संभावना है। निर्विरोध चुनाव होने के कारण 27 फरवरी काे वोटिंग नहीं होगी। चूंकि 20 फरवरी को नाम वापसी की आखिरी तारीख है। संभवत: इसी दिन शाम को रिजल्ट घोषित किया जा सकता है। राज्यसभा चुनाव के फार्मूले के हिसाब से एक सीट के लिए 51 विधायकों के प्रथम वरीयता के वोट चाहिए। भाजपा के पास 115 विधायक हैं, इसलिए दो ही सीट जीत सकती है। तीसरी सीट जीतने के लिए भाजपा के पास संख्या बल नहीं है जबकि एक सीट कांग्रेस के खाते में जाना तय है।
-सोनिया का राजस्थान को चुनना कांग्रेस कार्यकर्ताओं के लिए गर्व की बात: अशोक गहलोत
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कहा है कि कांग्रेस की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी का राज्यसभा के लिए राजस्थान से उम्मीदवारी को चुनना राजस्थान के कांग्रेस कार्यकर्ताओं के लिए गर्व की बात है। पूर्व मुख्यमंत्री गहलोत ने बुधवार को पत्रकारों से कहा कि जब राजस्थान में अकाल पड़ा तब सोनिया गांधी जी हम सभी को लेकर तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी के पास लेकर गईं और उनसे मीटिंग करवाकर राजस्थान को मदद दिलवाने के लिए केन्द्र सरकार पर दबाव बनाया और राजस्थान को अतिरिक्त मदद मिली। उन्होंने कहा कि ऐसे ही राजस्थान में रिफाइनरी लगना असंभव था तब भी सोनिया ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह बात कर रिफाइनरी मंजूर करवाई। सोनिया गांधी का राजस्थान से दिल का रिश्ता है। उन्होंने राज्यसभा में जाने के लिए राजस्थान का चयन किया, ये हमारे लिए खुशी की बात है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने सोनिया गांधी को जीत की अग्रिम शुभकामनाएं देते हुए विश्वास व्यक्त किया कि सोनिया गांधी उच्च सदन राज्यसभा में राजस्थान का प्रतिनिधित्व कर प्रदेशवासियों की आवाज़ बनेंगी एवं प्रदेश के विकास व जनहित के मुद्दों को नया बल मिलेगा। सोनिया गांधी के राजनीतिक जीवन का व्यापक अनुभव, राष्ट्रसेवा के प्रति प्रतिबद्धता व समर्पण एवं वंचित वर्ग के लिए उदार दृष्टिकोण का निश्चित रूप से राजस्थान को लाभ मिलेगा। पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कहा कि इससे कार्यकर्ताओं में ऊर्जा का संचार होगा। आसन्न लोकसभा चुनाव में सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।

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