लखनऊ। उत्तरप्रदेश में सत्तारुढ़ समाजवादी पार्टी और सपा परिवार में घमासान तेज हो गया है। विधानसभा चुनाव में प्रत्याशियों की लिस्ट से हुए विवाद अब पार्टी के दो फाड़ में तब्दील सा हो गया है। तेजी से बदले सियासी घटनाक्रम के बाद सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव ने अपने पुत्र और उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और भाई रामगोपाल यादव को छह साल के लिए पार्टी से निकाला दिया है। उधर, पिता मुलायम सिंह यादव के इस फैसले के खिलाफ अखिलेश व रामगोपाल यादव ने भी बगावती तेवर दिखाते हुए अपने समर्थक विधायकों व नेताओं की अलग बैठक करके चुनाव में निर्दलीय लडऩे के इरादे जाहिर कर दिए हैं। सपा सरकार और परिवार में चल रहे इस घमासान को लेकर प्रदेश की सियासी दलों ने पैनी नजर रखी हुई है। उधर आज रामगोपाल द्वारा पार्टी का सम्मेलन बुलाने पर मुलायम सिंह ने इसे अनुशासनहीनता बताते हुए अखिलेश और रामगोपाल को पार्टी से बाहर कर दिया। मुलायम सिंह ने मीडिया को कहा कि रामगोपाल अखिलेश यादव को गुमराह कर उनका भविष्य खत्म कर रहे हैं। पार्टी का अनुशासन तोडऩे पर यह फैसला लिया गया है। रामगोपाल का पार्टी में कोई योगदान नहीं है। रामगोपाल के बुलाए अधिवेशन में पार्टी नेताओं और मंत्रियों के शामिल होने को भी अनुशासनहीनता मानकर कार्रवाई की जाएगी। अखिलेश को पार्टी से निकालने के बाद मुलायम ने कहा कि अगला मुख्यमंत्री कौन होगा, उसका वो जल्द ऐलान करने वाले हैं। क्योंकि ये उनका अधिकार है। पार्टी को उन्होंने खड़ा किया है और वो उसे टूटने नहीं देंगे। सपा प्रमुख ने दोहराया कि रिश्ते से बड़ी उनके लिए पार्टी है। मुलायम सिंह के इस फैसले पर रामगोपाल यादव ने पलटवार करते हुए कहा कि ये निष्कासन पूरी तरह से असंवैधानिक है। पार्टी में लगातर असंवैधानिक काम हो रहा है। उन्होंने कहा कि जब गैर यादवों के बीच वोट मांगने की बात आती है तो मुलायम सिंह को रामगोपाल याद आते है। शिवपाल के अगुवाई में ऐसे तमाम नेताओं को उम्मीदवार बनाया है, जिनकी कोई जमीनी पकड़ नहीं है और चुनाव में उनकी जमानत तक नहीं बचेगी। रामगोपाल ने कहा कि जनता को पता है कि उनका सीएम कौन हैं और आने वाले दिनों में इसका सही परिणाम दिखेंगे। गौरतलब है कि प्रत्याशियों की अलग लिस्ट जारी करने से सपा मुखिया मुलायम सिंह, अखिलेश यादव और रामगोपाल यादव से बेहद नाराज हैं। दोनों को कारण बताओ नोटिस भेजते हुए इन पर अनुशासनहीनता का आरोप लगाते हुए पार्टी से निष्कासित कर दिया है।
Which side sitting the camels