राष्ट्रीय खेल पुरस्कार प्रत्येक वर्ष खेलों में मान्यता प्रदान करने और उत्कृष्टता को पुरस्कृत करने के लिए दिए जाते हैं। राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार किसी खेल में खिलाड़ी के चार वर्षों से अधिक शानदार और असाधारण प्रदर्शन के लिए दिया जाता है। अर्जुन पुरस्कार चार वर्षों के लिए लगातार असाधारण प्रदर्शन करने के लिए दिया जाता है, द्रोणाचार्य पुस्कार कोच को प्रतिष्ठित अंतर्राष्ट्रीय खेल आयोजनों में पदक विजेता तैयार करने के लिए दिया जाता है, ध्यानचंद पुरस्कार खेल के विकास में आजीवन योगदान के लिए दिया जाता है और राष्ट्रीय खेल प्रोत्साहन पुरस्कार कंपनियों (निजी और सार्वजनिक क्षेत्र दोनों) तथा व्यक्तियों को दिए जाते हैं जो खेल के प्रोत्साहन और विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। अंतर-विश्वविद्यालय टूर्नामेंट में सम्रग रूप से शीर्ष प्रदर्शन करने वाले विश्वविद्यालय को मौलाना अबुल कलाम आजाद (एमएकेए) ट्रॉफी दी जाती है।
स वर्ष इन पुरस्कारों के लिए बड़ी संख्या में नामांकन प्राप्त हुए जिनपर पूर्व ओलंपिक खिलाड़ी, अर्जुन पुरस्कार विजेताओं, द्रोणाचार्य पुरस्कार विजेताओं, ध्यानचंद पुरस्कार विजेताओं, खेल पत्रकार/विशेषज्ञ/आंखों देखा हाल सुनाने वाले कमेंटेटर और खेल प्रकाशकों की चयन समितियों द्वारा विचार किया गया। राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार तथा अर्जुन पुरस्कार के लिए चयन समितियों का नेतृत्व न्यायमूर्ति इंदरमित कौर कोचर (पूर्व न्यायाधीश दिल्ली हाईकोर्ट) ने किया। द्रोणाचार्य पुरस्कारों और ध्यानचंद पुरस्कारों के लिए चयन समिति के प्रमुख न्यायमूर्ति मुकुल मुद्गल (पूर्व मुख्य न्यायाधीश पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट) थे। राष्ट्रीय खेल प्रोत्साहन पुरस्कार के लिए चयन समिति की अगुवाई राहुल भटनागर, सचिव (खेल) ने की। एमएकेए ट्रॉफी के लिए चयन समिति के प्रमुख पूर्व ओलंपिक खिलाड़ी अशोक कुमार थे। मिति की सिफारिशों के आधार पर और जांच के बाद सरकार ने निम्नलिखित खिलाड़ियों, कोच तथा कंपनियों को पुरस्कृत करने का निर्णय लिया है। चंयनित खिलाड़ियों को 25 सितंबर, 2018 को राष्ट्रपति भवन में आयोजित विशेष समारोह में राष्ट्रपति द्वारा पुरस्कार प्रदान किए जाएंगराजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार प्राप्त करने वाले को पदक और प्रशस्ति पत्र के अतिरिक्त 7.5 लाख रुपये का नकद पुरस्कार दिया जाएगा। अर्जुन, द्रोणाचार्य तथा ध्यानचंद पुरस्कार प्राप्त करने वाले प्रत्येक खिलाड़ियों को लघुप्रतिमाएं, प्रमाण पत्र और पांच लाख रुपये का नकद पुरस्कार दिए जाएंगे। राष्ट्रीय खेल प्रोत्साहन पुरस्कार, 2018 में कंपनियों को एक ट्रॉफी और प्रशस्ति पत्र दिया जाता है। अंतर-विश्वविद्यालय टूर्नामेंट में शीर्ष प्रदर्शन करने वाले विश्वविद्यालय को एमएकेए ट्रॉफी, 10 लाख रुपये का पुरस्कार और प्रमाण पत्र दिया जाएगा।