कोलकाता: भारत में अपना पहला टेस्ट मैच जीतने की उम्मीदों के साथ यहां पहुंची श्रीलंका की टीम इस कड़ी श्रृंखला की शुरूआत कल से यहां बोर्ड अध्यक्ष एकादश के खिलाफ दो दिवसीय अभ्यास मैच से करेगी। श्रीलंका 2009 के बाद भारत में पहला टेस्ट मैच खेलेगा। उसका भारतीय सरजमीं पर बहुत खराब रिकार्ड रहा है। उसने अब तक भारत में जो 17 टेस्ट मैच खेले हैं उनमें से दस में उसे हार मिली है और बाकी सात मैच ड्रा रहे हैं। कप्तान दिनेश चांदीमल के लिये यह बहुत मुश्किल काम होगा। वह भारतीय सरजमीं पर अपना पहला टेस्ट मैच भी खेलेंगे। वह एंजेलो मैथ्यूज और रंगना हेराथ के अनुभव का फायदा उठाने की कोशिश करेंगे जो सात साल पहले 0-2 से टेस्ट श्रृंखला हारने वाली टीम का हिस्सा थे।
अपनी सरजमीं पर भारत के हाथों तीनों प्रारूप में 0-9 से करारी शिकस्त झेलने वाली श्रीलंका की टीम उसके लगभग दो महीने के बाद यहां पहुंची है लेकिन इस बीच उसने पिछले महीने पाकिस्तान को यूएई में 2-0 से हराया जिससे निश्चित तौर पर उसका मनोबल बढ़ा होगा। श्रीलंका की टीम इस दौरे में तीन टेस्ट, तीन वनडे और इतने ही टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलेगी। दौरे का समापन 24 दिसंबर को मुंबई में होगा। चांदीमल और उनकी टीम को तीसरी श्रेणी के बोर्ड अध्यक्ष एकादश के खिलाफ अच्छी शुरूआत की उम्मीद होगी। संजू सैमसन इस मैच में बोर्ड अध्यक्ष एकादश की अगुवाई करेंगे। मैच जाधवपुर यूनिवर्सिटी मैदान पर खेला जाएगा जहां की पिच तेज गेंदबाजों की मददगार मानी जाती है। बोर्ड ने रणजी ट्राफी को महत्व देते हुए इस मैच के लिये तीसरे दर्जे की टीम का चयन किया है। टीम में मुख्य रूप से हैदराबाद, केरल, मध्यप्रदेश और पंजाब के खिलाड़ी शामिल हैं जो घरेलू टूर्नामेंट के पांचवें चरण में नहीं खेल रहे हैं।