जयपुर। मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने कहा कि श्रीगंगानगर को फूड प्रोसेसिंग का हब बनाया जाएगा और यहां लाॅजिस्टिक इकाइयों की स्थापना की जाएगी। इससे यहां के किसानों को पंजाब और हरियाणा नहीं जाना पडे़गा, बल्कि बाहर के किसान यहां अपने कृषि उत्पाद लेकर आएं, ऐसी व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने इसके लिए उद्योग एवं कृषि विभाग को 15 दिन तक श्रीगंगानगर में रहकर किसानों से चर्चा कर उनकी आवश्यकता के अनुसार इस योजना पर काम करने के निर्देश दिए। राजे ने श्रीगंगानगर में आयोजित जनसंवाद कार्यक्रम के दौरान किसानों एवं व्यापारियों से चर्चा करते हुए ये निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि इजराइल, नीदरलैण्ड, दुबई आदि देशों की फूड प्रोसेसिंग कम्पनियों से बात कर लें ताकि जोधपुर में होने वाले ग्लोबल राजस्थान एग्रीटेक मीट ’ग्राम’ में एमओयू कर इस कार्य को शीघ्र मूर्तरूप दिया जा सके। उन्होंने कहा कि श्रीगंगानगर जिले के किसान और व्यापारी एक साथ मिलकर चलें तो पूरे राजस्थान को नई दिशा दे सकते हैं।
मुख्यमंत्री को जनसंवाद के दौरान किसानों ने पंचायत द्वारा निर्मित खालों की डिजाइन एवं गुणवत्ता बेहतर नहीं होने की बात कहते हुए खाला निर्माण का काम वापस सीएडी को दिए जाने का आग्रह किया। इस पर मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि खालों का निर्माण पंचायत के फण्ड से ही करवाएं, लेकिन इसकी डिजाइन एवं सुपरविजन का कार्य सीएडी के इंजीनियर्स की देखरेख में ही किया जाए। इससे खालों निर्माण में तकनीकी खामियां दूर होंगी और किसानों को लाभ मिलेगा।
राजे को ग्राम पंचायत ठण्डी तहसील रायसिंहनगर के किसान वेदप्रकाश शर्मा ने 8 साल पहले उद्यानिकी विभाग के जरिए खरीदे गए घटिया टिश्यू कल्चर प्लांट की शिकायत करते हुए मुआवजे की मांग की तो मुख्यमंत्री ने इस मामले को गंभीरता से लिया। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को टिश्यू कल्चर प्लांट देने वाली कम्पनी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाने तथा पीड़ित किसानों को कम्पनी से मुआवजा दिलवाने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि नैफेड ने राजफैड को 496 करोड़ रूपए का फण्ड जारी कर दिया है। इससे किसानों को समर्थन मूल्य पर खरीदी गई फसलों का भुगतान शीघ्र हो सकेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि श्रीगंगानगर में राजस्थान राज्य सड़क विकास निगम को नगरीय विकास विभाग के साथ जोड़कर पूरे शहर की सड़कों को ठीक किया जाएगा।
राजे ने कहा कि प्रदेश में एक अप्रेल से दिव्यांगजन शिविर आयोजित कर चार माह में दिव्यांगजनों को लाभान्वित किए जाने का काम किया जाएगा। उन्होंने श्रीगंगानगर जिले के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे सामाजिक संस्थाओं का सहयोग लेते हुए यहां के दिव्यांगजन को शीघ्र लाभान्वित करने का प्रयास करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि पेड़ लगाने से बड़ा कोई धर्म नहीं है, इसलिए स्वयंसेवी संस्थाएं मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान में वृक्षारोपण के कार्य से जुड़कर अपने पेड़ों की जिओ टैगिंग करवाएं और उनकी समुचित देखरेख करें।
राजे ने जनसंवाद कार्यक्रम में भामाशाह योजना, भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना, राजश्री योजना, पद्माक्षी योजना, पालनहार योजना, स्कूटी एवं लैपटाॅप वितरण, श्रमिक कार्ड, निर्माण श्रमिक सहायता, ग्रामीण आवास योजना, उज्ज्वला योजना, छात्रवृत्ति, सामाजिक सुरक्षा पेंशनों के लाभार्थियों से मुलाकात कर इन योजनाओं के संबंध मंे फीडबैक लिया। उन्होंने भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना के अन्तर्गत हृदय का सफल आॅपरेशन करवाकर स्वस्थ जीवन जी रहे लाभार्थियों से भी बात की। योजना के लाभान्वितों ने कहा कि राज्य सरकार की योजनाओं से उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव आया है। उन्हें योजनाओं का समय पर लाभ मिल रहा है। श्रीमती राजे ने प्रतिभाशाली विद्यार्थियों, खिलाड़ियों, चिकित्सकों, अभियंता, सीए, पेंशनर्स सहित अन्य प्रबुद्धजनों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनीं।