जयपुर। जवाहर कला केंद्र के रंगायन सभागार में शुक्रवार शाम को सुनीता तिवाड़ी नागपाल द्वारा निर्देशित एवं निर्मित नाटक ‘पग री जूती‘ का मंचन किया गया। यह नाटक एक ऐसी महिला की भावनाओं पर केंद्रित है, जिसे मजबूरन किसी धूर्त व्यक्ति से शादी करनी पड़ती है।
नाटक में बताया गया कि एक महिला गांव के आकर्षक ’कुंवर’ से प्यार करने लगती है। जब इसकी जानकारी महिला के पति होता है, तो वह षड़यंत्र रचता है और ’कुंवर’ को मार डालता है। ’कुंवर’ की हत्या के लिए महिला को जिम्मेदार ठहराया जाता है। इस महिला की मृत्यु के साथ नाटक का समापन होता है। नाटक के माध्यम से निर्देषक पुरुष प्रभुत्व वाले समाज में महिलाओं की मुसीबतों एवं यातनाओं पर प्रकाश डालता है।
नाटक में कृष्ण पाल सिंह ने सेठ, बबीता मदन ने सेठानी, यशस्विनी तिवाड़ी ने बेटी, पुलकित शर्मा ने पंडित, पंकज शर्मा ने कामदार, निजाम नियाजी ने कुंवर की भूमिका निभाई। निजाम नियाजी द्वारा नाटक की कहानी का विवरण दिया गया। इन कलाकारों के अतिरिक्त कोरस में हरेन्द्र, अंशुल, ज्योति, गूंज, प्रेरणा, अदिति, राजश्री, इशिका, अदिति तिवाड़ी, कनिष्का, भाविका, लेखा एवं निधी थे।