जयपुर। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने बुधवार को स्वास्थ्य सेवाओं की जांच के लिए जैसलमेर जिले के पोकरण सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र का औचक निरीक्षण किया एवं मरीजों को दी जा रही स्वास्थ्य सेवाओं को भी देखा एवं उनसे फीडबैक लिया। इस दौरान अल्पसंख्यक मामलात, वक्फ, जन अभियोग मंत्री शाले मोहम्मद नगरपालिका अध्यक्ष पोकरण आनन्दीलाल गुच्चीया, पूर्व जिला प्रमुख अब्दुला फकीर ,समाजसेवी श्री गोविन्द भार्गव के साथ ही अन्य जनप्रतिनिधिगण उपस्थित थे।

चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. शर्मा ने अस्पताल में स्वाईनफ्लू रोग के उपचार के लिए संचालित आईसुलैशन वार्ड का निरीक्षण किया एवं चिकित्सा प्रभारी को निर्देश दिए कि वे रोगियों की उपचार के उपचार की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करें। उन्होंने भर्ती रोगियों की कुशलक्षेम पूछी एवं उन्हें दी जा रही निःशुल्क दवाओं की जानकारी भी ली। उन्होंने चिकित्सालय के विभिन्न वार्डो का भ्रमण कर चिकित्सा सेवाओं का जायजा लिया एवं उसमें सुधार के निर्देश दिए। साथ ही चिकित्सालय में सफाई व्यवस्था को ओर अधिक बेहतर करने के निर्देश प्रदान किए।

चिकित्सा मंत्री ने चिकित्सालय के प्रभारी को निर्देश दिए कि वे यह सुनिश्चित करलें कि कोई भी चिकित्सक रोगी को बाहर की दवाई नहीं लिखें एवं साथ ही जो जांच चिकित्सालय में उपलब्ध है उसके लिए कोई चिकित्सक बाहर जांच के लिए पर्ची लिखता हैं तो यह गम्भीत बात है एवं इसको बर्दाश्त नहीं किया जाएगा एवं इस पर समुचित एक्शन हो।
चिकित्सा मंत्री को चिकित्सा प्रभारी डॉ.बाबूलाल गर्ग एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.बी.एल.बुनकर ने चिकित्सालय की सेवा, निःशुल्क दवा, निःशुल्क जांच इत्यादि के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
चिकित्सा मंत्री ने पोकरण स्थित नगरपालिका कार्यालय के सभागार में चिकित्सा अधिकारियों की बैठक ली एवं उन्हेें सख्त निर्देश दिये कि वे वर्तमान स्थिति में स्वाईफ्लू रोग के प्रति पूर्ण सजग रहे एवं जहां पर भी इस प्रकार के रोगी पाए जायें वहां तत्काल ही उपचार की व्यवस्था सुनिश्चित करें। उन्होंने सभी चिकित्सा केन्द्रों पर निःशुल्क दवाईयों व निःशुल्क जांच का रोगियों को पूरा लाभ पहुंचाने के निर्देश दिए।

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार आमजन को उत्कृष्ट सेवाएं देने के लिए प्रतिबद्ध है इसलिए चिकित्सा के क्षेत्र में किसी प्रकार की जरुरत हो ,सुझाव हो या कोई कमी दुरस्त करनी हो तो तत्काल ही राज्य सरकार को प्रस्ताव बना कर भेजें ताकि आवश्यक कार्यवाही कराई जा सकें। उन्होंने जनप्रतिनिधियों से भी कहा कि वे भी चिकित्सालय का समय-समय पर निरीक्षण कर चिकित्सा सेवाओं को देखें एवं कमी पाए जाने पर उन्हें दुरस्त करावें। उन्हाेंने स्वाईनफ्लू की रोकथाम के लिए किये गए घर-घर सर्वे ,जन जागरुकता कार्यक्रमों की भी जानकारी ली एवं निर्देश दिए कि इस बीमारी के बचाव के लिए मुस्तैदी से कार्य करें।

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