-कांग्रेस पर भरोसा कर प्रदेश की जनता को हो रहा है पछतावा – कर्नल राज्यवर्धन

भरतपुर। भारतीय जनता पार्टी जिला भरतपुर की जन आक्रोश यात्रा को लेकर भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं सांसद कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड ने लक्ष्मी विलास पैलेस होटल भरतपुर में प्रेस वार्ता की।  प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि जन आक्रोश यात्रा के माध्यम से जो घटनाक्रम राज्य में हो रहा है उसे जनता तक पहुंचा सकें। पिछले 4 साल के अंदर राजस्थान की सरकार के जो काम है वह जनता के सामने हैं। राजस्थान के हालात किसी से छुपे नहीं है और राजस्थान की सरकार को जो जिम्मेदारी जनता ने दी थी पिछले 4 साल के अंदर उन्होंने उस जिम्मेदारी को बिल्कुल नहीं निभाया है। पहले ही साल से उनकी अंदरूनी लड़ाई साफ नजर आ रही थी। गुटबाजी हो रही थी। सरकार कब रहे कब गिरे यह उन्हें भी नहीं पता। कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़, सांसद रंजीता कोली ,जिला अध्यक्ष डॉ शैलेश सिंह ,पूर्व मंत्री जवाहर सिंह बेढ़म, पूर्व जिला अध्यक्ष सत्येंद्र गोयल, रविंद्र जैन ,जिला उपाध्यक्ष गिरधारी गुप्ता, अभयवीर सिंह सोलंकी, योगेंद्र ऑफ राजू कटारा, जिला महामंत्री बृजेश अग्रवाल ,भगवानदास शर्मा, जिला मंत्री कालीचरण धनगर, मुकेश सिंघल, जिला प्रवक्ता नरेश सेन, युवा मोर्चा जिला अध्यक्ष सौरव ताखा ,एससी मोर्चा जिला अध्यक्ष दुर्गेश बुटोलिया, जन आक्रोश यात्रा के संयोजक उदय सिंह, दिनेश भातरा ने जनाक्रोश यात्रा के पोस्टर का विमोचन किया।

कर्नल राज्यवर्धन ने कहा कांग्रेस की अंदरूनी लड़ाई से हमें कोई मतलब नहीं लेकिन जो जिम्मेदारी राजस्थान की जनता ने दी उस जिम्मेदारी का निर्वहन करना अत्यंत आवश्यक था जो नहीं हुआ। पिछले 4 साल के अंदर राजस्थान सरकार की चाल बिगड़ी लेकिन चेहरा राजस्थान की जनता का बिगड़ा। आज राजस्थान बदनाम हो रहा है पूरे हिंदुस्तान में कहां हमारा प्रदेश महिलाओं के मान सम्मान के लिए माना जाता था आज दुष्कर्म के अंदर राजस्थान नंबर वन है। चुनाव के समय जो इन्होंने बड़े-बड़े वायदे किए और किस नाटकीय ढंग से वह वायदे किए राजस्थान की भोली जनता उसमें गुमराह हो गई। एक बार के लिए भरोसा भी कर लिया लेकिन आज पछतावा हो रहा है। किसान वही की वही है जो उनके लोन फेवर की बात की थी वह धरी की धरी रह गई। बेरोजगारी भत्ता की जो बात की थी वह आंकड़ा अभी एक डेढ़ लाख पार नहीं कर पाया।
राज्यवर्धन राठौड ने कहा कि कई लाखों युवा उस पंक्ति में खड़े हैं जिनको बेरोजगारी भत्ता चाहिए और बेरोजगारी भत्ता तो दूर यहां के युवा स्वाभिमान से इम्तिहान पास करके अपनी नौकरी शुरू करना चाहते हैं लेकिन उनके बार-बार पेपर रद्द हो रहे हैं मजाक बन गया है। राजस्थान के अंदर कम से कम 10 पेपर लीक हुए हैं और रद्द हुए हैं। कभी स्वास्थ्य कर्मियों का पेपर लीक होता है तो कभी कुछ और नहीं तो पुलिसकर्मियों का पेपर लीक हो जाता है ।ऐसे करके कम से कम 10 पेपर लीक हुए हैं।
राठौड़ ने कहा कि राजस्थान सरकार ने इम्तहान कराने की जिम्मेदारी एक एनजीओ को दी और वह एनजीओ भी कौन सा यह नाम आप भी सब जानते हैं कि अगर कांग्रेस पार्टी एनजीओ चुनती है तो कौन सी । एनजीओ को पेपर की सुरक्षा की जिम्मेदारी दी जाती है वह पेपर लीक होकर कहां कहां जाता है किन लोगों के अकैडमी में जाता है ।किन स्कूलों में जाता है यह भी आप से छुपा नहीं है। उनके ऊपर तो  अलग से कार्यवाही होनी चाहिए चाहिए थी लेकिन नहीं हुई। कोई भी स्कूल जहां पेपर पहुंचा वहां पर भी कोई कार्यवाही नहीं हुई ।जो लोग पेपर लीक में शामिल थे उन पर भी कोई कार्यवाही नहीं हुई ।लेकिन उससे भी बढ़कर जो पेरेंट्स पैसा संभाल कर बच्चों की शिक्षा कराते हैं पूरा का पूरा साल बर्बाद हो जाता है जो पैसे बचाए हुए होते हैं वह बर्बाद हो जाते हैं । राठौड़ ने कहा कि एमएसपी पर खरीद की बात करें तो जब किसान खेत के अंदर मेहनत कर कर रहा है और उसकी उपज तैयार हो जाती है लेकिन यूपी वह हरियाणा के अंदर तो उठती है लेकिन राजस्थान के अंदर नहीं उठती।
 राष्ट्रीय प्रवक्ता राठौड़ ने कहा कि जब यूरिया की जरूरत होती है तो पूरी की पूरी यूरिया जो केंद्र सरकार से आ रही है उस पर कालाबाजारी हो रही होती है। केवल सप्लाई की जिम्मेदारी दे रखी है वह भी जिम्मेदारी पूरी नहीं होती उसमें भी कालाबाजारी होती है। इस तरह का वाक्य सामने आया कि आप भोंचक्के रह जाएंगे राजस्थान के एक मंत्री का जन्मदिन आया तो बांटने के लिए खुद के पैसे नहीं, ना ही कोई मिठाई बल्कि ट्रेन के 3 रेक यूरिया के वह डायवर्ट होते हैं और उस मंत्री के जन्मदिन के लिए आते हैं और केवल उन लोगों को वह यूरिया बांटा जाता है जो मंत्री के चाहेते हैं   ।जो यूरिया किसानों को मिलना चाहिए था वह यूरिया मंत्री के चंद लोगों को मिलता है और उंगली उठाते हैं केंद्र सरकार की तरफ़ जबकि केंद्र सरकार से 8 लाख मैट्रिक टन यूरिया की मांग की थी तब केंद्र सरकार ने पिछले आंकड़ों को देखते हुए  12 लाख मेट्रिक टन दिया और कहा कि जो आप मांग रहे हैं उस से काम नहीं चलेगा लेकिन फिर भी सप्लाई ठीक नहीं हुई।
राज्यवर्धन राठौडने कहा कि सुरक्षा की बात करें यूपी के अंदर सारे उन्मादी, उग्रवादी अपने गर्दन पर पट्टी डाल डाल कर बोल रहे हैं हमें जेल में डाल दो अगर उनके ऊपर केस भी शुरू हो जाता है तो वह खुद को याचिका डालते हैं कि हमें जेल में ही रहना है हमें बेल नहीं चाहिए लेकिन राजस्थान के अंदर आज 500 से ज्यादा रजिस्टर्ड गैंगस्टर हैं। यह सारे के सारे यूपी ,हरियाणा में पिट रहे हैं वह भाग भागकर राजस्थान में आ रहे हैं संरक्षण के लिए। ऐसा क्यों हो रहा है कि कन्हैया जैसों की गर्दन कट रही है और उन्मादी खुलेआम घूम रहे हैं ।कहीं ना कहीं कानून व्यवस्था कमजोर हो रही है कहीं ना कहीं गृहमंत्री जो मुख्यमंत्री भी हैं उनका पूरा फोकस अपनी कुर्सी की तरफ है जनता संभाल लेगी अपने आपको हमें तो अपनी कुर्सी बचाने है यह उनके मन में चल रहा है ।कुर्सी बची रहे बस और कुछ कुर्सी बचाने के लिए कुर्सी बचाओ  स्कीम शुरू की गई है कुर्सी बचाओ स्कीम के अंदर हम कांग्रेस के मंत्री को हर विधायक को खुली छूट देते हैं। अब हर एक को तो मंत्री बना नहीं सकते और न ही हरेक  को किसी बोर्ड का चेयरमैन भी नहीं बना सकते ।अब बोर्ड भी कितने नए बनाये। तो उन को खुली छूट दे रखी है आप का इलाका है लूटो ,कब्जा करो जो करना है करो। प्रशासन में जो अधिकारी चाहिए बताइए ताकि वह आपके हिसाब से काम कर सके। जनता की सेवा के लिए अधिकारी आते हैं या इनकी  लूट में मदद के लिए अधिकारी आते हैं ।इस तरह का माहौल राजस्थान में बनाया हुआ है यह अपनी यात्रा करें हमें इस से कोई मतलब नहीं है ।वैसे राहुल गांधी की इमेज बिल्डअप के लिए पांच छः एक्सरसाइज  की है ।मेरी ही उम्र के हैं वह हमें अपनी इमेज बनाने की जरूरत नहीं पड़ती हम जी तोड़ मेहनत करते हैं और देश की सेवा करते हैं। लेकिन इन्हें अपनी इमेज बनाने के लिए करोड़ों रुपए खर्च करने पड़ते हैं और बार-बार इमेज बनानी पड़ती है। आज राजस्थान सरकार को इनकी इमेज की चिंता होनी चाहिए या राजस्थान की जनता की चिंता होनी चाहिए ।आज तो ऐसा महसूस हो रहा है कि उग्रवादी ,गुंडे ,बदमाश इन सबके सामने राजस्थान सरकार सरेंडर हो रही है। यह जनाक्रोश यात्रा इसी के लिए निकाली जा रही है कि यह सरकार इनके सामने नहीं जनता के सामने सरेंडर हो। महिलाओं को मान सम्मान मिलना चाहिए शाम को जो कहीं पढ़ने निकल सके तसल्ली से बिना बेचौनी के घर वापस आ सके उसके लिए आज राजस्थान की की जनता मैं आक्रोश है उसी को आवाज दे रही है भारतीय जनता पार्टी ।लगातार हमने राजस्थान सरकार को जगाने का काम किया है। ले देकर राजस्थान के अंदर हालात इतने बुरे हो गए हैं कि हम बिछड़ते जा रहे हैं केंद्र सरकार की योजनाओं को रोकने का काम हो रहा है राजस्थान के अंदर पीने के पानी के लिए केंद्र सरकार ने 26000 करोड रुपए दिए थे लेकिन उनमें से सिर्फ 4000 करोड ही खर्च कर पाई है ।राजस्थान सरकार दुष्कर्म मैं नंबर वन पानी पिलाने के लिए लास्ट, महिला अत्याचारों के अंदर टॉप फाइव महिला सुरक्षा के अंदर लास्ट ,युवाओं को रोजगार देने के लिए लास्ट, यह राजस्थान सरकार का हाल हो रहा है भारतीय जनता पार्टी की इस जन आक्रोश यात्रा में 30 से 35 हजार नुक्कड़ सभाएं ,रथ यात्रा निकलेंगी। भरतपुर में 3 दिसंबर से जनाक्रोश यात्रा निकाली जाएगी

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