– नामचीन लेखकों की 21 किताबों का किया विमोचन, राजा रहमान की सूफीयाना प्रस्तुति ने श्रोताओं का मन मोहा
– सत्या शर्मा ‘कीर्ति’ और सौरभ वाचस्पति को मिला ‘कलमकार’ अवार्ड
जयपुर। राजस्थान में साहित्य को बढ़ावा देने के लिए सरकार हर जरूरी कदम उठाएगी। पहले पर्यटन, कला और संस्कृति विभाग एक ही मंत्री के नियंत्रण में होते थे, लेकिन इनको अलग-अलग करने से सामंजस्य बैठाने में थोड़ी परेशानी होती है जिसे शीघ्र दूर कर साहित्यकारों को प्रोत्साहित किया जाएगा। यह उद्गार राज्य के पर्यटन एवं देवस्थान मंत्री विश्वेन्द्र सिंह ने देश की प्रमुख साहित्य संस्था कलमकार मंच की ओर से जगतपुरा स्थित सुरेश ज्ञान विहार यूनिवर्सिटी में आयोजित पुलवामा में शहीद हुए जाँबाज सैनिकों और हिंदी आलोचना के शिखर पुरुष नामवर सिंह को समर्पित ‘कलमकार’ पुरस्कार समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में व्यक्त किए।
इस अवसर पर उन्होंने हिन्दी के नामचीन लेखकों की 21 किताबों का विमोचन भी किया। देर रात तक चले कार्यक्रम के दौरान राजा रहमान और साथियों की सूफीयाना प्रस्तुतियों ने सभागार में मौजूद दर्शक-श्रोताओं का मन मोह लिया। समारोह में संस्था की ओर से रांची की सत्या शर्मा ‘कीर्ति’ और सौरभ वाचस्पति को ‘कलमकार’ अवार्ड से नवाज़ा गया।
इस अवसर पर वरिष्ठ साहित्यकार एवं जाने माने कवि ऋतुराज ने कलमकार मंच को साहित्यिक क्षेत्र में विस्फोट बताते हुए कहा कि बहुत कम समय में संस्था साहित्य की फैक्ट्री बन चुकी है, जो बड़ी तादाद में साहित्य सृजकों की नयी पीढ़ी तैयार करने के महत्ती काम को अंजाम दे रही है। कलमकार मंच के राष्ट्रीय संयोजक निशांत मिश्रा ने इस अवसर पर आगुन्तकों को स्वागत करते हुए संस्था की गतिविधियों और भावी योजनाओं की जानकारी दी।