जयपुर। शिक्षा मंत्री डॉ. बी. डी. कल्ला ने शुक्रवार को चित्तौड़गढ़ के निम्बाहेड़ा पंचायत समिति सभागार में शिक्षा विभाग की जिला स्तरीय समीक्षा बैठक ली। इस अवसर पर सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना, कलक्टर अरविंद कुमार पोसवाल और शिक्षा विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।
डॉ. कल्ला ने शिक्षा के क्षेत्र में राजस्थान में अपनाए जा रहे नवाचारों और देश में शिक्षा से संबंधित रैंकिंग में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने के लिए शिक्षकों की सराहना की। शिक्षा मंत्री ने कहा कि 1988 में पहली बार शिक्षा मंत्री बना था, तब से लेकर अब तक शिक्षा के क्षेत्र में राज्य ने क्रांतिकारी बदलाव किए हैं। महात्मा गांधी अंग्रेजी मीडियम स्कूल का उदाहरण सबके सामने हैं। जयपुर के एक महात्मा गांधी अंग्रेजी मीडियम विद्यालय में प्रवेश के लिए हजारों की संख्या में आवेदन आते हैं। राज्य में दो हजार महात्मा गांधी अंग्रेजी मीडियम स्कूल खोले हैं। ये स्कूल नामी प्राइवेट स्कूलों से किसी भी मायने में कम नहीं हैं।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व में राज्य में शिक्षा के क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। राज्य में 3 हजार 832 सीनियर हायर सेकेंडरी स्कूल एक साथ खोले हैं। राज्य में जितने भी पंचायत मुख्यालयों पर प्राइमरी स्कूल हैं, उनको मिडिल स्कूल में क्रमोन्नत किया जाएगा और मिडिल स्कूल को हायर सेकेंडरी स्कूल बनाएंगे। शिक्षा विभाग में रीट परीक्षा के माध्यम से 46 हजार 500 शिक्षकों के पद भरे जा रहे हैं।
बी.डी. कल्ला ने राजकीय विद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि यह हम सबकी जिम्मेदारी है कि राजकीय स्कूलों में गुणवत्तापूर्ण और आनंदपूर्ण माहौल में बच्चों को शिक्षा दी जाए। कोरोना काल में शिक्षकों के योगदान को सराहते हुए शिक्षा मंत्री ने कहा कि जो बच्चे किसी कारण से कोरोना काल में शिक्षा से वंचित रह गए हैं, उनके लिए विशेष कोर्स चलाए जा रहे हैं।
डॉ. बी.डी. कल्ला ने शिक्षा के साथ शिक्षकों की क्वालिटी से भी समझौता नहीं करने और राजकीय विद्यालयों के मैनेजमेंट को बेहतर करने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि हर महीने सरकारी स्कूलों में अभिभावकों और शिक्षकों की मीटिंग होनी चाहिए। इस मौके पर शिक्षा मंत्री निम्बाहेड़ा यात्रा के दौरान कल्लाजी मंदिर पहुंचे। यहां कल्लाजी वैदिक विश्वविद्यालय के छात्रों ने शिक्षा मंत्री का वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ स्वागत किया। मंदिर पुजारी ने शिक्षा मंत्री को कल्लाजी मंदिर मंडल न्यास के द्वारा संस्कृत और वैदिक शिक्षा के लिए संचालित की जा रही गतिविधियों की जानकारी दी।