जयपुर। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री टीकाराम जूली ने सोमवार को विधानसभा मे कहा कि दिव्यांगजन के लिए उच्च शिक्षण एवं अनुसंधान के लिए जयपुर के जामडोली में बाबा आमटे दिव्यांग विश्वविद्यालय की स्थापना होगी। उन्होंने बताया कि 72 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले इस विश्वविद्यालय के लिए जमीन चिह्नित की जा चुकी है। जूली सदन में सोमवार को विधानसभा में बाबा आमटे दिव्यांग विश्वविद्यालय, जयपुर विधेयक 2023 पर हुई चर्चा का जवाब दे रहे थे। चर्चा के बाद सदन ने विधेयक को ध्वनिमत से पारित कर दिया। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री ने बताया कि यह दिव्यांगजनों के लिए प्रदेश का पहला एवं देश का तीसरा विश्वविद्यालय होगा। बाबा आमटे दिव्यांग विश्वविद्यालय की स्थापना से दिव्यांगजनों को उच्च अध्ययन एवं शोध के बेहतर अवसर उपलब्ध होंगे। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय स्थापित करने का उद्देश्य शिक्षण, प्रशिक्षण एवं अनुसंधान के साथ ही दिव्यांगजनों का पुनर्वास कर उन्हें सक्षम एवं आत्मनिर्भर बनाना है। यह विश्वविद्यालय पूर्णतया आधुनिक होगा जिसमें वाई-फाई, स्मार्ट क्लास रुम, मॉडर्न कम्प्यूटर लैब, प्रोजेक्टर इत्यादि की सुविधा उपलब्ध होगी। विश्वविद्यालय का भवन दिव्यांगों की सुविधा को देखते हुए पूर्णतया बाधारहित बनाया जाएगा। जूली ने बताया कि विश्वविद्यालय में बी.एड.बौद्धिक दिव्यांगता, डिप्लोमा इन साइऩ लैंग्वेज इत्यादि पाठ्यक्रम के साथ-साथ नियमित पाठ्यक्रम भी संचालित किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि वर्ष 2023-24 से ही पाठ्यक्रम की शुरुआत हो जाएगी। विश्वविद्यालय में प्रवेश हेतु दिव्यांग छात्र-छात्राओं को प्राथमिकता दी जाएगी। इससे पहले सदन ने विधेयक को जनमत जानने हेतु परिचालित करने का प्रस्ताव ध्वनिमत से अस्वीकार कर दिया।
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