लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने आज यहां ‘नये भारत के निर्माण का संकल्प’ नाम की प्रदर्शनी-सह-संगोष्ठी का उद्घाटन किया। इस अवसर पर संसदीय कार्य राज्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी उपस्थित थे। इस मौके पर संसदीय कार्य मंत्रालय में सचिव राजीव यादव भी मौजूद थे।
इस अवसर पर लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने कहा कि यह कार्यक्रम सिर्फ एक प्रदर्शनी नहीं है, बल्कि यह एक संकल्प की तरह है। अपने संकल्प की वजह से ही भारत छोड़ो आंदोलन के शुरू होने के बाद मात्र 5 वर्ष में ही देश ने स्वतंत्रता हासिल कर ली थी। प्रत्येक स्वतंत्रता सेनानी ने स्वतंत्रता संग्राम की लड़ाई अलग-अलग तरीके से लड़ी थी। लोकसभा में सभी दलों ने अगले 5 वर्ष में नये भारत का निर्माण करने का संकल्प लिया है। उन्होंने कहा कि यह प्रदर्शनी बच्चों के लिए है, जो देश का भविष्य हैं। इसका उदे्श्य है कि बच्चे हमारे देश की समृद्ध परंपराओं के बारे में जाने और नये भारत को बेहतर तरीके निर्माण कर सकें। संसदीय कार्य राज्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि अगस्त क्रांति आंदोलन में शामिल बहुत कम लोग आज जीवित हैं। इस संदर्भ में, हमारे बच्चों के लिये यह जानना बेहद जरूरी है कि हमें किस तरह स्वतंत्रता मिली है। इस प्रकार के कार्यक्रमों से बच्चों को स्वतंत्रता संग्राम के बारे में जानकारी मिलेगी। सरकार देश को भ्रष्टाचार, गरीबी, गंदगी, सांप्रदायिकता आतंकवाद और जातिवाद से मुक्त करने के लिए हर किसी को संकल्प से सिद्धि से जोड़ने का प्रयास कर रही है। हमने 2022 तक नया भारत बनाने का संकल्प लिया है। भारत छोड़ो आंदोलन के 75 वर्ष और 2022 में स्वतंत्रता के 75 वर्ष का स्मरणोत्सव मनाने के लिये संसदीय कार्य मंत्रालय केंद्रीय सार्वजिनक क्षेत्र की इकाईयों (सीपीएसयू) के साथ सहयोग कर देश भर में 39 स्थानों पर ‘नया भारत – करके रहेंगे’ या ‘नये भारत के निर्माण का संकल्प’ विषय पर प्रदर्शनी-सह-संगोष्ठी के आयोजन कर रहा है। ये प्रदर्शनियां 1857 से 1947 तक के देश के स्वतंत्रता आंदोलनों पर केंद्रित होंगी, जिनमें ब्रिटिश शासन से स्वतंत्रता हासिल करने के लिए किए गए विभिन्न आंदोलन – “1857 का पहला स्वतंत्रता संग्राम”, “चंपारण सत्याग्रह”, “असहयोग आंदोलन”, “दांडी यात्रा” और “भारत छोड़ो आंदोलन” दर्शाए जायेंगे। इसके अलावा प्रदर्शनी में 1942 से 1947 तक की पांच वर्ष की अवधि के बारे में बताया जाएगा कि कैसे अंग्रेजी शासन से स्वतंत्रता हासिल करने की लड़ाई में पूरे देश में परिवर्तन आ गया था। अंत में 2017 से 2022 तक के नये भारत के विचार को प्रदर्शित किया जायेगा, जब देश की स्वतंत्रता के 75 वर्ष की वर्षगांठ मनाई जाएगी। 2017 से 2022 तक की पांच वर्ष की अवधि में “संकल्प से सिद्धि” “नए भारत” के निर्माण के लिए असाधारण अवसर उपलब्ध कराएगा। यह कार्यक्रम प्रधानमंत्री द्वारा शुरू किए गए देश को भ्रष्टाचार, गरीबी, गंदगी, साम्प्रदायिकता, आतंकवाद और जातिवाद से मुक्त कराने का संकल्प लेने के जन आंदोलन के अनुरूप है। यह कार्यक्रम प्रधानमंत्री के नए भारत का संदेश लोगों तक पहुंचाने के उद्देश्य से आयोजित किए गए हैं।