jaipur.बालासोर, ओडिशा के एकीकृत परीक्षण क्षेत्र (आईटीआर) से सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ब्रह्मोस का सफल परीक्षण किया गया। यह परीक्षण मोबाइल ऑटोनोमस लांचर से किया गया, जिसके तहत सख्त मौसमी हालात में इसकी उपयोगिता की जांच हो सके। इस मिसाइल ने अपनी निर्धारित दिशा पर उड़ान भरी और इसके समस्त महत्वपूर्ण घटकों ने सटीक काम किया है। ब्रह्मोस ने एक बार फिर साबित कर दिया कि वह सभी मौसमों में कारगर है।
यह परीक्षण समुद्र के समीप किया गया जहां 9 मीटर ऊंची लहरें थीं। रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने रूस के एनपीओएम के सहयोग से इसका निर्माण किया है। परीक्षण के समय वरिष्ठ सैन्य अधिकारी और डीआरडीओ तथा ब्रह्मोस के वैज्ञानिक उपस्थित थे। रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने मिसाइल के सफल परीक्षण के लिए डीआरडीओ, ब्रह्मोस और भारतीय सेना को बधाई दी है।