नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट की संविधान पीठ राइट टू प्रीवेसी मामले में आज ऐतिहासिक फैसला सुनाएगी। नौ जजों की संविधान पीठ इस मामले की सुनवाई कर रही थी। निजता मौलिक अधिकार है या नहीं, इस पर कई दिनों की बहस और कानूनी दृष्टांतों पर गौर करने के बाद कोर्ट ने आज फैसले की तारीख दी है।
कर्नाटक हाईकोर्ट के पूर्व जज के.एस.पुत्तास्वामी ने आधार कार्ड की अनिवार्यता और स्कीम को चुनौती देते हुए सुप्रीम कोर्ट में इसे चुनौती दी थी। जिसमें बताया कि इस स्कीम से लोगों के निजता और समानता के मौलिक अधिकार का हनन हो रहा है। करीब बीस मामले इस तरह के ओर इस याचिका के साथ है। मामले की सुनवाई के लिए नौ जजेज की संविधान पीठ बनी। इस फैसले को लेकर पूरे देश की निगाहें है।