नई दिल्ली। सेंटर फॉर मीडिया स्टडीज ने देश के बीस राज्यों में भ्रष्टाचार को लेकर एक सर्वे किया है। पब्लिक डीलिंग कार्यों के आधार पर हुए सर्वे के मुताबिक, देश में सर्वाधिक भ्रष्टाचार कर्नाटक में है, जहां जनता को अपने कार्य करवाने के लिए सर्वाधिक तौर पर रिश्वत देनी पड़ती है। वहीं हिमाचल प्रदेश में भ्रष्टाचार सबसे कम है। यहां पब्लिक को अपने काम करवाने के लिए रिश्वत-भ्रष्टाचार दूसरे राज्यों के मुकाबले कम ही देना पड़ता है। सेंटर फॉर मीडिया स्टडीज के सर्वे के अनुसार लोक सेवा के कार्यों में सर्वाधिक रिश्वत ली जाती है। नगर निगम, पेयजल, बिजली, एग्रीकल्चर, रेवेन्यू, पुलिस आदि सेवाओं से जुड़े महकमों में सर्वाधिक रिश्वतखोरी व भ्रष्टाचार की शिकायतें रहती हैं। लोगों को भी अपने काम करवाने के लिए अफसर-कर्मचारियों को पैसे देने पड़ते हैं। सर्वे में माना गया है कि कर्नाटक के लोगों को अपने काम करवाने के लिए सर्वाधिक तौर पर रिश्वत देनी पड़ती है। पूरे देश में कर्नाटक रिश्वत लेने के मामले में अव्वल है। इसके बाद आंध्रप्रदेश, तमिलनाडू, महाराष्ट्र, जम्मू-कश्मीर, पंजाब का नम्बर आता है। सर्वे में यह भी सामने आया है कि छोटे राज्यों में शुमार हिमाचल प्रदेश में रिश्वत देने के मामले देश में काफी कम है। लोगों को आमतौर पर ना तो रिश्वत मांगी जाती है और ना ही देनी पड़ती है। केरल और छत्तीसगढ़ में भी कुछ हिमाचल प्रदेश जैसी स्थिति है। यहां करप्शन सबसे कम है और पब्लिक को राहत दी जाती है। सर्वे में माना है कि नोटबंदी के दौरान रिश्वतखोरी व भ्रष्टाचार पर सर्वाधिक चोट पहुंची और इस दौरान भ्रष्टाचार में काफी कमी आई।