-बूंदी में मीणा समाज के सामूहिक विवाह सम्मेलन,वर-वधू को आशीष
बूंदी। मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने बूंदी के देई गांव में अखिल भारतीय मीणा जनजाति सामूहिक विवाह सम्मेलन में शामिल होकर नव-विवाहित जोड़ो को आशीर्वाद दिया। उन्होंने स्थानीय लोगों की अरसे से लंबित पीने के पानी की समस्या के स्थाई समाधान के लिए गुढा बांध से पेयजल परियोजना की घोषणा की तथा विभिन्न सड़कों के विकास के लिए 38 करोड़ 50 लाख रुपये की योजनाओं को स्वीकृति दी। राजे ने कहा कि गुढा बांध पेयजल परियोजना की विस्तृत कार्ययोजना जल्द से जल्द तैयार की जाएगी और एक वर्ष में क्षेत्रवासियों को पेयजल उपलब्ध कराकर राहत प्रदान की जाएगी। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार विकास के संकल्प के साथ काम कर रही है और बूंदी जिले के विकास में कोई कमी नहीं रखी जाएगी।
मुख्यमंत्री ने नैनवां-खटकड़ मार्ग के लिए 29 करोड़ रुपये की स्वीकृति तथा खटकड़- केशवरायपाटन सड़क मार्ग पर प्रगतिरत कार्य के तहत शेष 27 किलोमीटर के लिए 9.3 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत करने की घोषणा की। उन्होंने बूंदा मीणा पैनोरमा की मांग पूरा करने के लिए प्रयास करने आश्वासन भी दिया। राजे ने सामूहिक विवाह सम्मेलन के आयोजकों को बधाई देते हुए कहा कि सर्व समाज को ऐसे कार्यक्रमों की पहल करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की लघु-सीमान्त कृषकों 2 लाख रुपये तक के ऋण तथा अनुसूचित जाति जनजाति निगम की ऋण माफी योजनाओं से किसान एवं अनुसूचित जाति, जनजाति को बड़ी राहत मिली है। उन्होंने कहा कि गत साढे चार वर्षों में बूंदी जिले में चार हजार करोड़ रुपये के विकास कार्य करवाकर प्रगति के नए आयाम स्थापित किए गए हैं। उन्होंने कहा कि राजस्थान में युवाओं, उद्यमियों की जो ताकत है, उसके साथ हमें लगातार बढ़ते जाना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने बूंदी शहर की आधी आबादी को वन क्षेत्र से मुक्त कर स्थानीय निवासियों की बरसों पुरानी समस्या का समाधान कर दिया है।
साथ ही, गेंता-माखीदा की पुलिया का कार्य तेजी से चल रहा है और यह परियोजना अगस्त महीने में पूरी हो जाएगी। राजे ने नवविवाहित जोड़ों को सामूहिक विवाह अनुदान एवं विवाह प्रमाण-पत्र सौंपे। इसके बाद श्रीमती राजे मंच से उतरकर वर-वधु के जोडों के बीच पहुंचीं और एक-एक जोड़े का परिचय लिया और आशीर्वाद दिया।
राजस्थान को विकास की बुलंदियों तक पहुंचाएंगे- डाॅ. मीणा
समारोह में राज्यसभा सांसद डाॅ. किरोडी लाल मीणा ने नदियों को जोड़कर पेयजल समस्या के स्थाई समाधान हेतु 13 जिलों के लिए 37 हजार करोड़ रुपये की परियोजना राजस्थान की तकदीर बदलने वाली साबित होगी। इसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया और कहा कि जनता की समस्याओं को केन्द्र व राज्य सरकार तक पहंचाने की जिम्मेदारी दी है, इस जिम्मेदारी को वह बखूबी निभाएंगे। उन्होंने कहा कि सभी कौमों के साथ लेकर राजस्थान को विकास की बुलंदियों तक पहुंचाएंगे। उन्होंने कहा कि सर्व जातीय सामूहिक विवाह सम्मेलन का आयोजन कर समाज को नई दिशा दी जाएगी। मुख्यमंत्री इस अवसर पर नित्यानंद महाराज के सानिध्य में कमलेश महाराज के वानप्रस्थ गमन की साक्षी भी बनीं। इस दौरान खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री श्री बाबूलाल वर्मा, सांसद श्री ओम बिरला, विधायक श्री अशोक डोगरा, नगर परिषद सभापति श्री महावीर मोदी, श्री महिपत सिंह हाडा, पूर्व विधायक श्री प्रभुलाल करसोल्या, केशवरायपाटन प्रधान श्री प्रशांत मीणा, नैनवां प्रधान श्रीमती प्रसन्न बाई मीणा एवं क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि सहित गणमान्यजन उपस्थित रहे।