जयपुर। राजस्थान के बहुचर्चित सिंडिकेट बैंक के 209 करोड़ रुपए के घोटाले के मामले में शनिवार को सीबीआई की टीम जयपुर के वल्र्ड ट्रेड पार्क के आर्किटेक अनूप बरतिया के जयपुर स्थित कार्यालय व घर पर छापे मारे। जबकि अजमेर में पवित्र जैन के घर व कार्यालय को खंगाल रही है। घोटाले में इनकी लिप्तता के चलते यह कार्रवाई हुई। सीबीआई ने घोटाले को लेकर मामला भी दर्ज कर लिया और घाटे के सूत्रधारों के कार्यालयों व घरों पर छापे की कार्रवाई को अंजाम दिया। जयपुर में छापेमारी की खबर आग की तरह फैली तो हर कोई चकित रह गया। इधर केन्द्रीय जांच ब्यूरो ने सिडिकेंट बैंक उदयपुर के तत्कालीन सहायक महाप्रबंधक एके तिवाड़ी, चीफ मैनेजर संतोष गुप्ता, सिंडिकेट बैंक जयपुर के तत्कालीन सहायक महाप्रबंधक देशराज मीणा और चीफ मैनेजर आदर्श मनचंदा, उदयपुर के चाटर्ड एकाउंटेंट भारत बम्ब, बम्ब के कार्यालय में कर्मचारी विनित जैन, पीयूष जैन, जयपुर के बिल्डर शंकर लाल खंडेलवाल, आर्किटेक अनूप बरतिया तथा भारत बम्ब के साले पवित्र जैन के खिलाफ धोखाधड़ी सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज कर किया गया। इन सभी आरोपियों पर बैंक को 209 करोड़ रुपए का नुकसान पहुंचाने का आरोप है। केन्द्रीय जांच ब्यूरो प्रवक्ता आर.के गौड़ ने बताया कि सीबीआई को मिली शिकायत में आरोप लगाए गए कि इन सभी ने मिलकर एक आपराधिक षड्यंत्र रचा और सांठगांठ कर सिंडिकेट बैंक के जयपुर और उदयपुर शाखा से फर्जी और गलत दस्तावेज पेश कर आवास के लिए ऋण ले लिया। बैंक की ओर से जो ऋण जारी किया गया उसे इन आरोपियों ने अपने खातों में डाला। जिसके चलते यह घोटाला सामने आया। इस मामले में अभियुक्त संतोष गुप्ता और भारत बम्ब बैंक के ही एक घोटाले के एक अन्य मामले में अभी हिरासत में है। यहां देर रात तक छापे की कार्रवाई जारी रही। सीबीआई की इस कार्रवाई पर रियल स्टेट से जुड़े कई बिल्डरों में दहशत फैल गई।
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