अखिल भारतीय विश्नोई महासभा का अधिवेशन
जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि विश्नोई समाज के संस्थापक संत श्री गुरू जम्भेश्वरजी ने वन, वन्य जीव एवं पर्यावरण संरक्षण का महान संदेश दिया था। उनके सिद्धांत और नियम आज की सबसे बडी आवश्यकता है। राज्य सरकार प्रदेश में पर्यावरण संरक्षण के लिए ‘राज्य पर्यावरण योजना‘ एवं हर जिले के लिए ‘जिला पर्यावरण योजना‘ बनाएगी। साथ ही वनों की उत्पादकता एवं लघु वन उपज बढ़ाने के लिए ‘राज्य वन विकास निगम‘ की स्थापना करेगी।
मुख्यमंत्री गहलोत रविवार को बीकानेर जिले के मुकाम ग्राम में अखिल भारतीय विश्नोई महासभा के अधिवेशन को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने इस अवसर पर श्री गुरू जम्भेश्वर भगवान विश्नोई तीर्थ स्थल, मुक्ति धाम में पूजा-अर्चना कर प्रदेश की खुशहाली की कामना की।
अधिवेशन को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वच्छ पर्यावरण के बिना जीवन सम्भव नहीं है। पूरा विश्व आज प्रदूषण की समस्या से चिंतित है। कई शहरों में तो प्रदूषण का स्तर इतना बढ़ चुका है कि सांस लेना ही मुश्किल है। उन्होंने कहा कि वनों एवं पर्यावरण के संरक्षण में विश्नोई समाज का महत्वपूर्ण योेगदान है। इस समाज की वीरांगना अमृतादेवी ने पेड़ों को बचाने के लिए अपना बलिदान दे दिया। विश्नोई समाज से प्रेरणा लेकर सभी को वनों को बचाने और उनके विस्तार के लिए आगे आना चाहिए।
गहलोत ने कहा कि गुरू जाम्भोजी ने समाज में फैली कुरीतियों को दूर करने तथा स्वस्थ जीवन शैली के लिए 29 नियम बनाए थे। राज्य सरकार ने भी ‘पहला सुख निरोगी काया‘ के मूलमंत्र को अपनाते हुए प्रदेश के लोगों को स्वस्थ रखने के लिए निरोगी राजस्थान अभियान प्रारम्भ किया है। विश्नोई समाज सहित समस्त प्रदेशवासी इस अभियान को सफल बनाने में अपनी भागीदारी निभाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने किसान कल्याण की दिशा में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। किसानों को संबल देने के लिए एक हजार करोड़ रूपए की लागत से किसान कल्याण कोष का गठन किया गया है। सरकार ने किसानों के कर्ज माफ किए हैं। प्रदेश के वर्ष 2020-21 के बजट में दूसरा संकल्प किसान भाइयों के लिए हैैै। सरकार प्रदेश में अगले साल 150 करोड़ रुपए की लागत से 12 हजार 500 फार्म पौण्ड का निर्माण करवाएगी। खेती के लिए 25 हजार सौलर पंप लगाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि सरकार जनहित में इसी तरह लगातार फैसले लेती रहेगी।
वन एवं पर्यावरण राज्यमंत्री श्री सुखराम विश्नोई ने कहा कि मुख्यमंत्री वन एवं पर्यावरण संरक्षण के लिए समर्पित हैं। बजट में पर्यावरण संरक्षण के लिए बलिदान देने वाली अमृता देवी की स्मृति में खेजड़ली में शहीद स्मारक का निर्माण करने की घोषणा की गई है।
अधिवेशन को विधायक श्री महेन्द्र विश्नोई, श्री बिहारीलाल विश्नोई, श्री किशनाराम विश्नोई, श्री पब्बाराम विश्नोई, अखिल भारतीय विश्नोई महासभा के संरक्षक श्री कुलदीप विश्नोई, अध्यक्ष श्री हीराराम भंवाल एवं हरियाणा के विधायक श्री दुड़ाराम विश्नोई ने भी संबोधित किया।
इस अवसर पर ऊर्जा मंत्री डॉ. बीडी कल्ला, उच्च शिक्षा राज्य मंत्री श्री भंवरसिंह भाटी, विधायक श्री गोविन्दराम मेघवाल, पूर्व नेता प्रतिपक्ष श्री रामेश्वर डूडी, मुकाम पीठाधीश्वर स्वामी श्री रामानंदजी आचार्य सहित अन्य जनप्रतिनिधि, अधिकारी एवं बड़ी संख्या में विश्नोई समाज के लोग एवं ग्रामीणजन उपस्थित थे।