jaipur.ब्रांड की प्रतिष्ठा का विश्लेषण ग्राहक के अनुभव और उसकी धारणा से बनता हैं | चाहे कोई कंपनी हो या कोई व्यक्ति ब्रांड लोगों की सोच के आधार पर बनाती हैं | ब्रांड का नाम कंपनी या व्यक्ति के पक्ष में या विपक्ष दोनों में हो सकता है | ब्रांड निरंतर प्रयासों से व्यक्ति या व्यक्ति के समूह द्वारा किए गए कड़ी मेहनत का परिणाम होता हैं | अनुकूल ब्रांड प्रतिष्ठा का मतलब है कि ग्राहकों के दिमाग में एक सकारात्मक धारणा हैं, और जब वह आपके सामान या सेवाओं को खरीदते हैं तो उन्हें अच्छा महसूस होता हैं | प्रतिकूल ब्रांड प्रतिष्ठा का मतलब असंतोष की भावना से है, जब ग्राहक के द्वारा सामान और सेवाओं का उपयोग किया जाता हैं |
ब्रांड को आकार देने कि तुलना में, ब्रांड का नाम बनाए रखना सबसे कठिन काम होता हैं | अखबार, टेलीविजन या अन्य तरीके के जरिए पारंपरिक विज्ञापन, ग्राहकों के साथ संचार बनाने का साधन रहा हैं | लेकिन आज कंपनियां अपने ग्राहकों के साथ पब्लिक रिलेशन बनाए रखने के लिए विज्ञापन के पारम्परिक तरीके के साथ एक और तरीके से आगे बढ़ रही हैं वह हैं सोशल मीडिया और डिजिटल मीडिया जिसके उभरने से नई क्रांति शुरू हुई हैं | ब्रांड सबसे महत्वपूर्ण संपत्तियों में से एक है | डिजिटल मीडिया और सोशल मीडिया ने ब्रांड के लिए नई दुनिया विकसित की हैं जिसके द्वारा कोई भी कंपनी या व्यक्ति अपने ग्राहक के साथ सीधा संवाद कर सकता हैं | यह केवल आज के समय में ही संभव है की ग्राहकों के साथ कंपनियां 24×7 जुड़ी है उसी तरह, ग्राहक भी कंपनी के साथ 24×7 जुड़े रहते हैं |
डिजिटल और सोशल मीडिया के उपयोग ने कंपनियों को नई पहुंच प्रदान की है जिससे वह ब्रांड विकसित करने के साथ ग्राहकों से संबंध बना सके | अतुल मलिकराम जी पब्लिक रिलेशन के विशेषज्ञ है उन्होंने कहा ‘डिजिटल और सोशल मीडिया ग्राहक के साथ सीधा संबंध बनाने का कुशल तरीका हैं | सोशल मीडिया प्लेटफार्म जैसे फेसबुक, ट्वीटर और लिंक्डइन इत्यादि का उपयोग ने अपनी डिजिटल दुनिया बनाई हैं | इससे पहले संबंधो को बनाना और निभाना आसान नहीं था, जैसा हम आज अनुभव कर रहे हैं’ | जो लोग बिक्री और मार्केटिंग से जुड़े हैं, वह संबंधो के मूल्य को हमेशा से जानते हैं, लेकिन अब सभी को इसे प्राथमिकता देने की जरूरत हैं | एक नई वेबसाइट, ब्लॉगिंग, ऑनलाइन विज्ञापन, खोज इंजन विपणन और प्रतियोगिता, सभी ट्रैफ़िक, क्लिक और यहां तक कि बिक्री बढ़ा सकते हैं। लेकिन हर कंपनी प्रतिष्ठा स्थापित नहीं कर पाती हैं |
डिजिटल नेटवर्क के माध्यम से ब्रांड का विकास पूरी तरह से मार्केटिंग की गुणवत्ता से जुड़ा हैं | डिजिटल मार्केटिंग में तथ्यों की जानकारियां उच्चमानक की होनी चाहिए, जो ब्रांड के नाम को सही तरीके से पेश कर सके | उच्च गुणवत्ता वाले तथ्यों के निरंतर उत्पादन और प्रकाशन के माध्यम से, प्रतिष्ठा बनाई जा सकती है, हालांकि इससे प्रतिष्ठा बनने में समय लगता हैं | डिजिटल वर्ल्ड में ब्रांड की स्थापना करना दूसरों से अलग है क्योंकि जो ग्राहक हम डिजिटल और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म में पातें हैं वो अलग-अलग आयु वर्ग के होते हैं और इन ग्राहक के अनुसार ही योजनाए बनाई जाती हैं | ग्राहक से प्रतिक्रिया प्राप्त करना बहुत अच्छा तरीका है सम्बंध बनाने का और ग्राहक यह अनुभव कंपनी के उत्पाद और सेवाओं का उपयोग करते समय करता है | यह कंपनी को अपने नाम बनाये रखने में सहायता करता है और किसी भी गलती को तुरंत सुधार लिया जाता हैं | डिजिटल के माध्यम से ब्रांड को बनाने का महत्व वर्तमान समय की आवश्यकता है और कई विशेषज्ञ भी यह मानते है कि ग्राहक के साथ सीधे कनेक्ट होने के लिए यह महत्वपूर्ण उपकरण साबित होता हैं | अतुल मलिकराम ने ब्रांड के लिए डिजिटल मीडिया के उपयोग के बारे में अपना ज्ञान साँझा किया है, उन्होंने कहा, ‘कंपनियां वहीँ विज्ञापन करती है जहाँ ग्राहक की पहुँच होती हैं और इस डिजिटल युग में कंपनियों ने डिजिटल और सोशल मीडिया में ग्राहक तलाशे है इसलिए अब अधिक से अधिक विज्ञापन हम डिजिटल मीडिया में देख रहे हैं और आगे भी देखते रहेंगे’ |
यह क्रांति अभी शुरू हुई है और यह आने वाले वर्षों में एक लंबा सफर तय करेगी, क्योंकि ब्रांड को बाज़ार में बढ़ाना और बनाए रखना कॉर्पोरेट जगत के लिए जरूरी हो गया हैं | और इस क्षेत्र में पेशेवरों की जरुरत है जो इस पेशे को एक अलग स्तर पर ले जा सके |