जयपुर. नीट यूजी के नतीजे बुधवार देर रात जारी किए गए। एग्जाम में कोटा से पढ़ाई कर चुकी तनिष्का ने टॉप किया है। उन्हें 720 में से 715 नंबर मिले हैं। वे हरियाणा की रहने वाली हैं। तनिष्का ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान कॉन्फिडेंस में थोड़ी कमी आई पर पेरेंट्स और टीचर्स की मदद से उन्होंने इस मुश्किल को संभाल लिया। ये उनके लिए बूस्टर डोज की तरह था।
नीट में दिल्ली के आशीष बत्रा को दूसरी रैंक और कर्नाटक के ऋषिकेश नागभूषण गंगुले को तीसरी रैंक मिली है। ऑल इंडिया टॉपर तनिष्का ने कहा, मैं बचपन से ही डॉक्टर बनना चाहती हूं। क्योंकि यह एक ऐसा क्षेत्र है, जिसमें आप दूसरों की मदद करके खुद को स्थापित कर सकते हैं। मैंने 11वीं क्लास से तैयारी शुरू कर दी थी। लेकिन, लॉकडाउन की वजह से ऑफलाइन स्टडी नहीं हो पाई। उस वक्त मुझे काफी प्रॉब्लम आई। मेरा कॉन्फिडेंस भी थोड़ा डाउन हो गया था। फिर 12वीं में ऑफलाइन स्टडी के दौरान टीचर से प्रॉब्लम्स के सॉल्यूशन समझे और कॉन्फिडेंस बिल्डअप हुआ। इसका फायदा मुझे एग्जाम में मिला। पेरेंट्स ने कभी मुझे पढ़ाई को लेकर दबाव नहीं बनाया, बल्कि हमेशा मोटिवेट करा। कोचिंग और स्कूल के अलावा मैं हर दिन 6-7 घंटे सेल्फ स्टडी करती थी। हर दिन जो पढ़ाया जा रहा है, उसका रिवीजन करना बहुत जरूरी है। जैसे-जैसे आप आगे बढ़ते हैं, वैसे-वैसे आपको रिवीजन करना चाहिए। यही सक्सेस का मूल मंत्र है। तनिष्का ने 12वीं 98.6% और 10वीं 96.4% अंकों के साथ पास की है। जेईई मेन्स में 99.50 पर्सेंटाइल हासिल किया। तनिष्का दिल्ली एम्स से कार्डियो, न्यूरो या ऑन्कोलॉजी (कैंसर) में स्पेशलाइजेशन करना चाहती हैं। उनके पिता कृष्ण कुमार गवर्नमेंट टीचर हैं। मां सरिता कुमारी भी सरकारी स्कूल में लेक्चरर हैं। 3 भाई-बहनों में सबसे बड़ी तनिष्का का परिवार हरियाणा के नारनौल में रहता है।

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