पुणे। पहले मैच में मिली हार के बाद दबाव में आई भारतीय टीम को तीन मैचों की श्रृंखला में बने रहने के लिये कल आत्मविश्वास से भरी न्यूजीलैंड टीम को दूसरे एक दिवसीय क्रिकेट मैच में हर हालत में हराना होगा । पिछली छह द्विपक्षीय श्रृंखलायें जीत चुकी भारतीय टीम को अपनी सरजमीं पर ऐसे हालात का सामना कम ही करना पड़ता है जब उसे श्रृंखला बचाने के लिये करो या मरो का मुकाबला खेलना हो । कइयों को अनुमान नहीं रहा होगा कि न्यूजीलैंड टीम वानखेड़े स्टेडियम पर पहले मैच में भारत को हरा देगी । चैम्पियंस ट्राफी के बाद पहला मैच खेल रही कीवी टीम ने हालांकि ऐसा कर दिखाया । रोस टेलर और टाम लाथम के बीच 200 रन की रिकार्ड साझेदारी के दम पर न्यूजीलैंड ने 281 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए जीत दर्ज की । उन्होंने स्पिनर कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल को बड़े आराम से खेला जबकि इससे पिछली श्रृंखला में आस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को इन दोनों स्पिनरों को खेलने में दिक्कत आई थी ।
मेजबान टीम मुंबई में फार्म में नहीं दिखी लेकिन कल यहां वापसी कर सकती है । विराट कोहली ने पिछले मैच में 31वां वनडे शतक जमाया लेकिन बाकी खिलाड़ियों से उन्हें सहयोग नहीं मिल सका। सलामी बल्लेबाज शिखर धवन और रोहित शर्मा को ट्रेंट बोल्ट ने पवेलियन भेजा । अब इन दोनों को इस गेंदबाज की स्विंग और सटीकता का सामना करने के तरीके खोजने होंगे । भारतीय कप्तान अपनी लय बरकरार रखना चाहेंगे चूंकि बड़े स्कोर के लिये उनके बल्ले से रन निकलना जरूरी है । कोहली ने जनवरी में इस मैदान पर इंग्लैंड के खिलाफ मैच जिताउ पारी खेली थी । चौथा नंबर टीम प्रबंधन के लिये चिंता का सबब बना हुआ है । अभी तक 2015 विश्व कप के बाद 11 बल्लेबाजों को आजमाया जा चुका है । केदार जाधव रविवार को चौथे नंबर पर उतरे लेकिन नाकाम रहे । पांचवें नंबर पर आये दिनेश कार्तिक ने वापसी के मैच में कप्तान कोहली के साथ 73 रन जोड़े लेकिन फिर अपना विकेट गंवा बैठे ।