जयपुर। जयपुर के परकोटा क्षेत्र में मैट्रो ट्रेन प्रोजेक्ट में बाधक बताए जा रहे दो मंदिरों को प्रशासन ने हटा दिया है। इस दौरान विरोध जता रहे हिन्दुवादी संगठनों के सदस्यों को वहां तक पुलिस ने जाने नहीं दिया और छोटी चौपड़ से हिरासत में लेकर जेल भेज दिया गया। धरोहर बचाओ समिति के संरक्षक भारत शर्मा का आरोप है कि भाजपा सरकार अपनी जिद में प्राचीन मंदिरों को तुडवा रही है। मंदिर हटाने की जरूरत नहीं है। मंदिरों को गलत हटाया गया है। इसका परिणाम सरकार को भुगतना पड़ेगा। वहीं प्रशासन का कहना है कि मंदिर पुजारियों की सहमति से मंदिर हटाए गए है और पूरे विधि विधान से दूसरी जगह इनकी प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। मंदिरों की प्रतिमाओं को दूसरी जगह भेज दिया गया है। विरोध करने पर पुलिस ने दो दर्जन युवकों को हिरासत में लिया है। हल्का बल प्रयोग भी किया गया है। गौरतलब है कि मैट्रो ट्रेन प्रोजेक्ट के लिए परकोटे में करीब एक दर्जन से अधिक मंदिर हटाए जा चुके हैं। दो सौ साल पुराने रोजगारेश्वर मंदिर भी इसमें शामिल है, जिसे बुलडोजर से तोड़ा गया था। इस मंदिर को तोडऩे के बाद जयपुरवासियों में खासा आक्रोश फैला।

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