delhi.उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने कहा है कि आतंकवाद शांति और स्थिरता के लिए बडा खतरा है। उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय आतंकवाद पर व्यापक सम्मेलन के शीघ्र निष्कर्ष की अपील की। उन्होंने जोर देकर कहा कि शांति प्रगति की पूर्व शर्त है और शांति बिना आतंकवाद से मुकाबला किये हासिल नही की जा सकती। उपराष्ट्रपति बेल्जियम के ब्रुसेल्स में “वैश्विक चुनौतियों के लिए वैश्विक साझेदार” विषय वस्तु के साथ 12वें एएसईएम शिखर सम्मेलन के सत्रों को संबोधित कर रहे थे।
उपराष्ट्रपति ने अपने संबोधन के दौरान कहा कि भारत एएसईएम को एक ऐसे मंच के रूप में महत्व देता है जो विचारों के आदान- प्रदान एवं वैश्विक चुनौतियों का सामना करने के लिए एशिया एवं यूरोप के नेतृत्व को एक साथ लाता है।
उपराष्ट्रपति ने नेताओं का ध्यान उन चुनौतियों की ओर आकर्षित किया जिसमें आर्थिक अपराधियों द्वारा सार्वजनिक संपत्तियों का अपराधिक दुरूपयोग वित्तीय प्रणालियों के लिए खतरे पैदा कर रहा है। उन्होंने सूचना के स्वचालित विनिमय के लिए तंत्र में वृद्धि सहित आर्थिक अपराधियों को आश्रय देने से मना करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय सहयोग की आवश्यकता जताई।
उपराष्ट्रपति ने समृद्धि बढ़ाने के लिए संपर्क के महत्व पर जोर दिया एवं भारत द्वारा संपर्क बढ़ाने को लेकर विभिन्न सीमा पार पहलों का उल्लेख किया।
उपराष्ट्रपति ने समावेशी शासन, महिला कल्याण, सतत विकास एवं डिजिटलीकरण को बढ़ावा देने के लिए सरकार द्वारा शुरू की गयी विभिन्न पहलों पर भी विस्तार से चर्चा की।