नई दिल्ली। अमरनाथ यात्रा पर आतंकी हमले को लेकर सुरक्षा एजेंसियों का अंदेशा आखिरकार सत्य ही साबित हुआ। जम्मू कश्मीर के अनंतनाग में आतंकियों ने अमरनाथ यात्रियों की बस पर सोमवार की रात हमला कर फायरिंग की। जिससे 7 यात्रियों की मौत हो गई। वहीं 19 से ज्यादा घायल हो गए। इस हमले के बाद जम्मू और उसके आस-पास के क्षेत्रों मे सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई।

अमरनाथ के जिस आधार शिविर में यात्री ठहरे हुए वहां भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है। जबकि जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। पुलिस व सीआरपीएफ के जवानों ने नाकों पर सघन तलाशी अभियान छेड़ दिया है। इस हमले के पीछे लश्कर के मास्टर माइंड पाकिस्तानी आतंकी इस्माइल का हाथ होना सामने आ रहा है। इधर कश्मीर में आतंकी हमले के बाद सुरक्षा एजेंसियों से जुड़े आला अधिकारियों की बैठक हुई और सुरक्षा बंदोबस्त को लेकर जायजा लिया गया। शहर में प्रवेश करने वाले तवी पुल को सुरक्षाबलों ने सील कर वाहनों की तलाशी शुरू कर दी है। साथ ही गुज्जर नगर पुल व सिदड़ा पुल को भी सुरक्षा के लिहाज से सील ही कर दिया गया है। वाहनों के जरिए जो लोग आ रहे हैं, उनकी पहचान पत्रों के जरिए जांच की जा रही है।

इसी तरह रघुनाथ मंदिर, श्री रणवीरेश्वर मंदिर, काली माता मंदिर बागेबाहु तथा प्रचीन राम मंदिर में साधु ठहरे हुए हैं, वहां भी अतिरिक्त जवानों को तैनाती कर दी गई है। उधर इस हमले के बाद पूरे देश में सुरक्षा व्यवस्था को कड़ा कर दिया गया है, तो केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने गृह मंत्रालय के अधिकारियों की आपात बैठक बुलाई है। जिसमें राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल सहित एनएसए, सीआरपीएफ, आईबी सहित अन्य सुरक्षा एजेंसियों के प्रमुख पहुंच गए हैं।

-गोलीबारी की चपेट में आई बस
कश्मीर आईजी मुनीर खान ने बताया कि अमरनाथ यात्रियों पर लश्कर ने हमला किया उसका मास्टरमाइंड पाकिस्तानी आतंकी इस्माइल है। बाइक पर आए 3 आतंकियों ने यात्री बस को निशाना नहीं बनाया था। उन्होंने तो वहां से गुजर रहे पुलिस वाहन पर हमला किया था। तभी बस भी गोलीबारी की चपेट में आ गई। इसमें 5 पुलिसकर्मियों समेत 17 जख्मी लोगों को नजदीक के अस्पताल में भर्ती करवाया है। आतंकियों में एक की पहचान इस्माल के तौर पर हुई है। बस में सवार यात्री गुजरात के वलसाड निवासी थे जो 2 जुलाई को वलसाड से निकले थे।

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