नई दिल्ली। अभी पिछले दिनों ही एक भयंकर तूफान का सामना दक्षिण भारत कर चुका है और अब एक नए तूफान ने तबाही का सिग्नल दे दिया है। लेकिन सरकार ने इससे बचने के लिए अपनी तैयारियां शुरु कर दी है और समुद्री तटों के पास रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थान पर भेज दिया गया है। हालांकि सरकार ने यह साफ किया है कि यह अंडमान आते-आते शांत हो जोगा। थाईलैंड के चक्रवाती तूफान पाबुक ने अपना रुख भारत की तरफ कर लिया है। भारत के मौसम विभाग ने अलर्ट जारी करते हुए कहा अंडमान द्वीप में इसके शाम तक पहुंचने की जानकारी दी है।
मौसम विभाग ने अंडमान के समुद्र में मछुआरों का जाने पूरी तरह प्रतिबंधित कर दिया है। यह स्थिति 7 जनवरी तक बने रहने की संभावना है। मौसम विभाग ने कहा कि अंडमान द्वीप में समुद्र की स्थिति काफी भयानक हो सकती है। 5 जनवरी की शाम से 7 जनवरी की सुबह तक यह स्थिति बनी रह सकती है। इसके अलावा निकोबार द्वीप पर 6 जनवरी को समुद्र काफी उफान पर होगा।
पाबुक अब उत्तर-पश्चिम दिशा की तरफ बढ़ चुका है। पोर्ट ब्लेयर से इसकी दूरी करीब 700 किलोमीटर है। मौसम विभाग ने कहा कि अंडमान के समुद्र में पहुंचते ही तूफान अपनी दिशा बदल लेगा और अंडमान द्वीप समूह की तरफ बढ़ेगा। मौसम विभाग ने इसे देखते हुए येलो वॉर्निंग भी जारी की है।