नई दिल्ली। लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर बहस में हिस्सा लेते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ना केवल कांग्रेस समेत विपक्ष पर करारे हमले किए, बल्कि अपनी मंशा जाहिर करते हुए कहा कि उन्हें देश की चिंता है। वे देशहित में कोई भी कदम उठाने नहीं चूकेंगे। पीएम मोदी के संबोधन के दौरान कोई भी बाधा नहीं पहुंचाई और पक्ष- विपक्ष चुपचाप मोदी का भाषण सुनते रहे। गौरतलब है कि सर्जिकल स्ट्राइक और नोटबंदी फैसले के बाद से कांग्रेस समेत कुछ विपक्षी दल पीएम मोदी पर लगातार हमले करते हुए उनके वक्तव्य की मांग उठाते रहे हैं। आज लोकसभा में पीएम मोदी ने विपक्ष के हर उन मुद्दों का जवाब दिया, जिन्हें उठाकर विपक्ष मोदी सरकार को घेर रखा था। सभी मुद्दों पर पीएम मोदी ने खरी-खरी सुनाते हुए कांग्रेस और उनके लीडर राहुल गांधी पर खूब चुटकियां ली। सोमवार रात को उत्तराखण्ड में आए भूकम्प का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने राहुल गांधी का नाम लिए बिना तंज कसा कि आखिरकार भूकंप आ ही गया। धमकी तो बहुत पहले मिल गई थी, लेकिन भूकंप अब आया है। जहां भूकंप आया है वहां केंद्र सरकार लोगों के सम्पर्क में है और टीमें भेज दी गई है। लेकिन मैं सोच रहा था कि भूकंप आया कैसे? कोई तो कारण होगा कि धरती मां इतनी रूठ गई। नोटबंदी पर पीएम मोदी ने कहा कि नोटबंदी फैसले के पहले दिन से सरकार कह रही थी कि हम नोटबंदी पर चर्चा के लिए तैयार हैं, लेकिन विपक्ष ने कभी चर्चा नहीं की। पूर्व पीएम इंदिरा गांधी के समय केन्द्रीय वित्त मंत्री वाई.वी.चव्हाण भी बड़े नोटों को बंद करने का सुझाव लेकर उनके समक्ष गए थे लेकिन तब चुनाव के डर से उन्होंने कोई फैसला नहीं लिया। हमें चुनाव का डर नहीं है। हमें देश की चिंता हैंं। इसलिए तो नोटबंदी का फैसला किया। कांग्रेस राज में 1988 में बेनामी संपत्ति का कानून बना। लेकिन 26 साल तक यह कानून मूर्तरुप नहीं ले पाया। आखिर क्यों रोका गया इस कानून। क्यों नोटिफ ाई नहीं किया। हमें यह कानून नोटिफाई किया। अगर 26 साल पहले यह काम हो जाता तो देश को साफ-सुथरा करने में बड़ा योगदान रहता। पीएम मोदी ने कहा, मैं आज इस सदन के जरिए देशवासियों को कहना चाहता हूं कि आप कितने ही बड़े क्यों न हो, लेकिन गरीब के हक का आपको लौटाना पड़ेगा। मैं इस रास्ते से पीछे लौटने वाला नहीं हूं। इस देश में प्राकृतिक संपदा, मानव संसाधन की कमी नहीं थी लेकिन एक ऐसा वर्ग पनपा जो लोगों का हक लूटता रहा। इसलिए देश ऊंचाई पर नहीं पहुंच पाया। इस दौरान कुछ विपक्षी सदस्यों ने बीच में बोलते हुए कहा कि पीएम साहब, जियो के बारे में भी बोले। इस पर मोदी ने जवाब दिया, जिनके पास एजेंसी है, वो बोलेंगे। बजट टाइमिंग पर चर्चा करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि हम आज भी अंग्रेजों की छोड़ी विरासत को लेकर चल रहे हैं। हम मई में बजट प्रक्रिया से पार निकलते हैं। एक जून के बाद बारिश आती है। तीन महीने बजट का इस्तेमाल नहीं हो पाता। काम करने का समय कब बचता है। जब समय आता है तो दिसंबर से मार्च तक जल्दबाजी में काम होते हैं।
-क्या शेर सुनाया…
पीएम मोदी ने कांग्रेस राज में आपातकाल को लेकर कहा कि कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन कल कह रहे थे कि कांग्रेस के कारण अब भी लोकतंत्र बचा है और आप प्रधानमंत्री बन पाए। वाह! क्या शेर सुनाया। बहुत बड़ी कृपा की, आपने देश का लोकतंत्र बचाया। 1975 में देश पर आपातकाल थोप दिया गया थ, तब कांग्रेस कहां थी। हिंदुस्तान को कारागार बना दिया गया था। जेपी समेत लाखों लोगों को जेल में डाल दिया था। लोकतंत्र की ताकत है कि गरीब मां का बेटा भी इस देश का प्रधानमंत्री बन सकता है।
– मुझे समझने के लिए कांग्रेस को मोदी का अध्ययन करना होगा
हमारी सरकार कुछ भी करती है तो कांग्रेस कहती है कि ये तो हमारे समय मेें था, यह निर्णय तो हमारा था। इसलिए मैंने सोचा इसी पर खेलूं। आपके मैदान में आकर खेलने में मजा आता है। कांग्रेस पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि धर्म क्या है वो आप जानते हैं, लेकिन वह आपकी प्रवृत्ति नहीं थी। अधर्म क्या है, वो भी आप जानते हैं, लेकिन उसे छोडऩे का आपका सामथ्र्य नहीं था। उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था कमजोर होती तो वे नोटबंदी जैसा कदम नहीं उठाते। मैं कोई भी काम हड़बड़ी में नहीं करता। इस बात को समझने के लिए आपको मोदी का अध्ययन करना पड़ेगा।