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नयी दिल्ली : पत्रकारों व अखबारी कर्मचारियों के प्रमुख संगठन कन्फेडरेशन आफ न्यूजपेपर एंड न्यूज एजेंसी एम्पलाइज आर्गेनाइजेशन ने आधार के डेटा में कथित सेंध संबंधी खबर प्रकाशित करने वाली पत्रकार के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए आधार प्राधिकरण यूआईडीएआई की आलोचना की है। संगठन ने सरकार से मांग की है कि वह इस मामले में हस्तक्षेप कर प्राथमिकी वापस करवाए।

उल्लेखनीय है कि आधार जारी करने वाले भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) के एक उपनिदेशक की शिकायत पर दर्ज प्राथमिकी में ट्रिब्यून समाचार पत्र की उस पत्रकार का नाम भी शामिल है जिसने इस मामले का खुलासा अपने समाचार में किया।कन्फेडेरेशन के महासचिव एम एस यादव ने प्राधिकरण के इस कदम को प्रेस की स्वतंत्रता पर हमला करार दिया है। यादव ने एक बयान में कहा है कि यह कदम सरकारी योजनाओं व पहलों की खोजपरक पत्रकारिता को रोकने की कोशिश है।

उल्लेखनीय है कि प्राथमिकी दर्ज कराने को लेकर आलोचकों के निशाने पर आने के बाद प्राधिकरण ने कहा कि वह प्रेस की आजादी समेत अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का सम्मान करता है। प्राधिकार के अनुसार उसकी पुलिस शिकायत को संवाददाता को रोकने की कोशिश की तरह नहीं देखना चाहिए।एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया ने भी प्राथमिकी वापस किये जाने को लेकर सरकार से दखल की मांग की और कहा कि मामले की निस्पक्ष जांच की जानी चाहिए।

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