बठिंडा । पीआरटीसी की एक बस सोमवार शाम को चंडीगढ़ से बठिंडा के लिए चली। थोड़ी देर तो सब ठीक ठाक रही, लेकिन इसक बाद यात्रियों को झटके लगने शुरू हो गए। बस आड़े-तिरछे चल रही थी। कभी ये दाएं जाती तो कभी बाएं। इससे वे दहशत में आ गए। यात्रियों ने फिर देखा कि ड्राइवर नशे में धुत होकर बस चला रहा है। इसके बाद एक यात्री ने बस चालक को हटाया और स्टेरिंग थामी। इसके बाद यात्रियों की जान में जान आई।
बठिंडा के रहने वाले हरविंदर सिंह खालसा ने बताया कि वह सोमवार को चंडीगढ़ के बस स्टैंड से शाम 5.40 बजे वाली रोडवेज की बस (पीबी 11-8475) में बठिंडा के लिए रवाना हुए। पटियाला तक तो ड्राइवर बस को सही सलामत लेकर आया, लेकिन इसके बाद बस उसके कंट्रोल से बाहर होने लगी। ड्राइवर नशे में था और बस कभी इधर तो कभी उधर ले जाने लगा। ऐसे में सवारियोंं ने ड्राइवर को गाड़ी रोकने को कहा लेकिन वह नहीं माना, सवारियों ने जब दबाव बनाया तो उसने बस रोक दी। सवारियोंं ने देखा कि ड्राइवर ने शराब पी हुई है। इसके बाद सभी ने मिल कर उसकी पिटाई कर दी। इसके बाद यात्रियों ने कंडक्टर से बस चलाने के बारे में कहा तो उसने साफ मना कर दिया। उसने बताया कि उसे ड्राइविंग नहीं आती। इसके बाद पटियाला से रामपुरा के लिए सफर कर रहे यात्री हरबंस सिंह ने बस ड्राइव की।
बस में सफर कर रही ईजीएस एसटीआर अध्यापक यूनियन की प्रधान सवरना देवी ने बताया कि पटियाला बस स्टैंड से बाहर निकलने के बाद ड्राइवर ने पुलिस नाके के पास एक कैंटर को टक्कर मार दी। बाद में जब दोबारा बस चलाने लगा तो दूसरी बार फिर टक्कर मार दी। आगे आकर तीन झटके मारे और सवारियां गिरने लगी। ड्राइवर बस रोकने की बजाय हंसने लगा तो यात्रियों ने उसको सीट से उतार दिया। जागरण संवाददाता ने घटना की जानकारी होने पर मामले से पीआरटीसी के एमडी मनजीत सिंह नारंग को अवगत कराया। इसके बाद बड़बर में दूसरी बस भेजी गई और सभी सवारियों को उसमें शिफ्ट कर दिया गया। बस में सवार हरविंदर सिंह खालासा ने बताया कि उन्होंने कंडक्टर को जीएम से बात करने को कहा तो उसने डीआइ हरजीत सिंह से बात की। हरजीत सिंह का जबाव भी बड़ा गैर जिम्मेदाराना रहा। उन्होंने कहा कि आप रामपुरा तक तो बस को लेकर आएं,आगे देख लेते हैं।