महाराष्ट्र। महाराष्ट्र के लातूर जिले में एक ह्रदय विदारक घटना सामने आई है। कर्ज में डूबे किसान पिता को शादी की चिंता से मुक्ति दिलाने के लिए एक बेटी ने खुद को ही खत्म कर लिया है। युवती ने कुएं में कूदकर जान दे दी। बेटी की मौत से घर-परिवार में कोहराम मचा है, जिसने भी इस घटना के बारे में सुना वो भी गमशीनशुदा है। सुसाइड करने वाली शीतल पढ़ाई पूरी होने के बाद से घर पर ही रहती थी। उसके पिता शादी के लिए परेशान रहते थे। उन पर पहले बैंक का कर्जा था। लड़के वाले दहेज की डिमाण्ड करते थे। इससे माता-पिता तो परेशान थे, वहीं उन्हें परेशान देख वह भी दुखी रहने लगी। इस बारे में सुसाइड नोट में भी लिखा है कि उसके माता-पिता बेहद गरीब है। वे शादी के लिए पैसा जुटा नहीं पा रहे हैं। मैं अपने पिता पर आर्थिक बोझ नहीं बनाना चाहती। वे पहले ही कर्जे में है। साहूकार पैसा नहीं दे रहा है। ऐसे में उनका बोझ कम करने और मराठा व कुनबी समुदाय में बढ़ती दहेज प्रथा को खत्म करने के लिए अपना जीवन त्याग रही हूं। इस सुसाइड नोट से राजनीतिक के साथ सामाजिक क्षेत्र में उथल-पुथल मचा दी है। पहले से ही किसान कर्जे में है। ऐसे में समाज में दहेज की बढ़ती डिमाण्ड की समस्या से किसान परिवारों में सुसाइड का यह अलग तरीके का विकराल रुप देखने को मिल रहा है।

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