नई दिल्ली। वन रैंक वन पेंशन की मांग की मांग को लेकर लम्बे समय से दिए जा रहे पूर्व सैनिकों के धरने में शामिल एक पूर्व सैनिक रामकिशन ग्रेवाल ने सुसाइड कर ली। इस घटना के बाद सियासी क्षेत्र में हलचल बढ़ गई। पूर्व सैनिकों ने तो घटना के लिए केन्द्र सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए विरोध जताया, वहीं विपक्षी दलों ने इस पर केन्द्र सरकार और पीएम नरेन्द्र मोदी पर हमले तेज कर दिए। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, पीएम नरेन्द्र मोदी के राज में गरीब, किसान और जवान सुसाइड कर रहे हैं। डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया आरएमएल अस्पताल पहुंचे तो वहां मृत सैनिक के परिजनों से मिलना नहीं दिया और ना ही अस्पताल के अंदर जाने दिया। सिसोदिया को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। इसके बाद कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी भी वहां पहुंचे तो उन्हें भी अंदर नहीं जाने दिया और पुलिस उन्हें मंदिर मार्ग थाने ले गई। उधर, ग्रेवाल के परिजनों का कहना है कि रामकिशन ने जहर खाकर आत्महत्या की है। इस खबर के बाद केजरीवाल ने पूर्व सैनिक की मांग पत्र और सुसाइड नोट के साथ ट्वीट किया। उसके बाद सियासी क्षेत्र में भूचाल आ गया। पूर्व सैनिक के दोनों बेटे भी धरने पर बैठ गए। राहुल गांधी के पुलिस हिरासत में मंदिर मार्ग थाने पर ले जाने की सूचना पर वहां कांग्रेस कार्यकर्ता जमा हो गए और प्रदर्शन करने लगे। राहुल गांधी ने कहा, कि मुझे सैनिक परिवार से नहीं मिलने दिया गया। ये कैसा हिंदुस्तान बन रहा है। ये कैसा लोकतंत्र है। नया हिंदुस्तान बन रहा है भैया।

– केजरीवाल को भी रोका

मनीष सिसोदिया व राहुल गांधी के बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी मृतकों के परिजनों से मिलने पहुंचे, लेकिन दिल्ली पुलिस ने उन्हें भी अंदर घुसने से रोक दिया है। वहां पर आरएएफ की तैनाती कर दी गई है। उधर, मनीष सिसोदिया ने कहा, कि केंद्र सरकार की हरकतों की वजह से पूर्व सैनिक ने आत्महत्या की है और उसके परिवार से बात करने पर मुझे हिरासत में लिया जाता है। हद है! सैनिकों की बहादुरी पर सीना ठोककर अपनी वाहवाही में लगे प्रधानमंत्री जी! आज एक र्पू सैनिक ने आत्महत्या कर ली है। इसकी जवाबदेही किसकी है।

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