-सड़क हादसे में मौत हो गई थी दीप्ति की। हार्ट, किडनी, लीवर परिजनों ने दान किए
जयपुर। राजस्थान के भरतपुर की ब्रेन डेड सत्रह वर्षीय दीप्ति का दिल यूक्रेन के एक जरुरत मंद मरीज के दिल में धड़क रहा है। जयपुर जिले के रींगस में हुए एक्सीडेंट में दीप्ति चार अगस्त को गंभीर घायल हो गई थी। एसएमएस अस्पताल में उसे ब्रेन डेड घोषित कर दिया। चिकित्सकों की समझाइश पर परिजनों ने ब्रेन डेड बेटी दीप्ति का लीवर, किडनी और हार्ट दान देने का फैसला किया। लीवर, किडनी तो राजस्थान के मरीजों को लग गई, लेकिन हार्ट का रजिस्ट्रेशन नहीं मिलने पर यूक्रेन के एक नागरिक को प्रत्यारोपित किया गया।
दीप्ति का दिल अब यूक्रेन के नागिर के दिल में धड़क रहा है। या यह कहे कि दीप्ति के दिल ने एक मरीज को नई जिंदगी दी है। दीप्ति के परिजनों में खुशी है कि उनकी बच्ची मरने के बाद दूसरे लोगों में जिंदा है। हालांकि इस हादसे में दीप्ति की मौत के बाद परिजनों, दीप्ति की सहेलियों को गहरा सदमा लगा। वे उसे अभी तक भूल नहीं पा रही है। दीप्ति जब खाटूश्याम जी, सालासर धाम समेत अन्य धार्मिक स्थलों पर घूमने से पहले स्कूल में सहेलियों से मिली तो उसने कहा था कि आखिरी बार मिल लो। फिर क्या पता मिलू या ना मिलू। जब चार अगस्त को सहेलियों को उसके एक्सीडेंट और मौत की सूचना मिली तो रह-रहकर उसके द्वारा कही गई बातें याद आ रही थी।